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Last Modified: शुक्रवार, 2 सितम्बर 2016 (19:20 IST)

कश्मीर में फिर कर्फ्यू, हिंसा में सैकड़ों जख्‍मी

कश्मीर में फिर कर्फ्यू, हिंसा में सैकड़ों जख्‍मी - Curfew, violence, delegation, Srinagar, Kashmir Valley
श्रीनगर। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा कश्मीर का दौरा करने से पहले ही कश्मीर के हालात एक बार फिर बिगड़ गए हैं। कश्मीर में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज से पहले ऐहतिहात के तौर पर श्रीनगर समेत कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में एक बार फिर उस समय कर्फ्यू लगा देना पड़ा जब कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हुए और उनमें सैकड़ों लोग जख्मी हो गए। एक हफ्ता पहले ही कश्मीर वादी से कर्फ्यू को हटाया गया था लेकिन बावजूद इसके हालात काबू में न आ पाए। यही कारण था कि कि घाटी में जनजीवन लगातार 56वें दिन भी ठप्प रहा।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूरे श्रीनगर जिले और घाटी के कई अन्य शहरों में ऐहतिहात के तौर पर कर्फ्यू लगाया गया है। उन्होंने कहा कि जिन अन्य शहरों में कर्फ्यू लगाया गया, उनमें अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम, शोपियां, बारामुल्ला और पट्टन शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कहा कि जुम्मे की नमाज के बाद हिंसा की आशंका के चलते घाटी के अन्य हिस्सों में लोगों के एक स्थान पर जुटने को प्रतिबंधि लगाया गया था बावजूद इसके लोग सड़कों पर उतर आए और हिंसा पर उतारू हो गए। कश्मीर के अधिकतर हिस्सों से सोमवार को प्रतिबंध हटा लिया गया था और दो दिन पहले से पूरी तरह हटा लिया गया था।
 
8 जुलाई को हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से घाटी में विरोध प्रदर्शन होते रहे हैं। अलगाववादियों की ओर से बुलाई गई हड़ताल के कारण जनजीवन प्रभावित रहा। इस दौरान शैक्षणिक संस्थान और निजी आफिस बंद हैं, जबकि सार्वजनिक यातायात सड़कों से नदारद रहा।
 
अलगाववादियों ने बंद का आह्वान आठ सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया है और लोगों से कहा है कि वे तीन और चार सितंबर को श्रीनगर हवाई अड्डा मार्ग पर कब्जा करें। आठ जुलाई के बाद से घाटी में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई झड़पों में दो पुलिसकर्मियों समेत 75 लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग घायल हो चुके हैं।
 
समाचारों के मुताबिक, कश्मीर के बरथाना पारीमपौरा क्षेत्र तथा शहर के बाहरी क्षेत्रों में शुक्रवार को हिंसक प्रदर्शनों में 10 लोग घायल हो गए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार पारीमपौरा क्षेत्र में लोगों ने गुरुवार को 12 साल के बच्चे की डूबने से हुई मौत की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया जिसने बाद में हिंसक रूप ले लिया। प्रदर्शन कर रही भीड़ ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी तथा आजादी समर्थक नारे लगाना शुरू कर दिए। स्थिति अनियंत्रित होते देख पुलिस ने कार्यवाही की, जिस दौरान 10 लोग घायल हो गये। घायलों को तुरंत उपचार के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया है। वहीं 10 में से दो को आगे के उपचार के लिए जेवीसी अस्पताल भेज दिया गया है। याद रहे बीते कल यानी गुरुवार को हिंसक प्रदर्शनों के दौरान 12 साल के दानिश ने नदी में छलांग लगा दी थी। अभी तक नदी से उसका शव नहीं मिल पाया है।
 
कश्मीर बंद की 56वें दिन की खास बात यह थी कि यह आंदोलन अब जम्मू संभाग में भी पूरी तरह से पैठ करने लगा है। यही कारण था कि कश्मीर घाटी में हिंसक प्रदर्शनों व झड़पों में हुई मौतों तथा गिरफ्तारियों के विरोध में शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय ने भद्रवाह, किश्तवाड़ तथा गंदोह क्षेत्रों में बंद रखा गया। बंद के दौरान लोगों ने कश्मीर घाटी के लोगों के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। बंद के दौरान दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान तथा निजी मुस्लिम स्कूल बंद रहे। वहीं दूसरी तरफ सरकारी स्कूल, दफतर, बैंक तथा यातायात आम दिनों की तरह ही खुले। बंद की काल अंजुमन-ए-इस्लामियां भद्रवाह, अंजुमन-ए-इस्लामियां गंदोह तथा मजलिस-ए-शोरा किश्तवाड़ ने दी थी।
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