अमेरिका में भारतीय दूतावास ने शुरू की योग कार्यक्रमों की श्रृंखला
वॉशिंगटन। आगामी 21 जून को आयोजित किए जाने वाले प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले भारतीय दूतावास ने यहां इस प्राचीन भारतीय विधा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू कर दी है।
भारतीय आध्यात्मिक नेता श्री श्री रविशंकर ने ‘योग एवं ध्यान के जरिए शांति का विकास’ विषय पर आयोजित वार्ता में आज की दुनिया में योग की प्रासंगिकता पर जोर देते हुए कहा कि यह सिर्फ शरीर में लचीलेपन के बारे में नहीं है, यह मस्तिष्क एवं सोच में लचीलेपन के बारे में भी है।
उन्होंने कहा कि दुनिया में युद्धों की शुरूआत तब होती है, जब संवाद टूट जाता है। योग लोगों से जुड़े संवाद में कौशल का निर्माण करता है।
योग और ध्यान का उद्देश्य लोगों के दिलों और दिमागों को जोड़ना है। इसका उद्देश्य विश्व के धर्मों और संस्कृतियों को जोड़ना है।
भारतीय दूतावास 21 जून को यहां मॉल में आयोजित होने वाले पूर्ण-दिवसीय आयोजन के लिए योग संगठनों, अभ्यासकर्ताओं और सामुदायिक संगठनों के साथ समन्वय करेगा।