हिन्दुत्व कोई धर्म नहीं है : आयकर प्राधिकरण
मुंबई। यह सुनने में विचित्र लग सकता है, लेकिन महाराष्ट्र में एक आयकर प्राधिकरण ने व्यवस्था दी है कि हिन्दुत्व कोई धर्म नहीं है और शिव, हनुमान या देवी दुर्गा को ब्रह्मांड की सर्वोच्च शक्तियां माना जाता है तथा ये किसी खास धर्म का प्रतिनिधित्व नहीं करते।आयकर अपीलीय प्राधिकरण, नागपुर ने हाल के अपने एक आदेश में कहा कि हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा और मंदिरों के रखरखाव पर होने वाले खर्च को धार्मिक गतिविधि के रूप में नहीं माना जा सकता ।इसने कहा, तकनीकी दृष्टिकोण से हिन्दुत्व न तो कोई धर्म है और न ही हिन्दू कोई धार्मिक समुदाय हैं। इसलिए शिव, हनुमान या दुर्गा की पूजा तथा मंदिरों के रखरखाव पर होने वाले खर्च को धार्मिक उद्देश्यों के लिए होने वाला खर्च नहीं माना जा सकता। 'शिव मंदिर देवस्थान पंच कमेटी संस्थान' की अपील पर यह आदेश एकाउंटेंट सदस्य पीके बंसल और न्यायिक सदस्य डीटी बारसिया ने पारित किया।संस्थान ने नागपुर के आयकर आयुक्त के उस फैसले के खिलाफ अपील की थी जिसमें ट्रस्ट को छूट देने के लिए इस आधार को स्वीकार नहीं किया गया था कि इसके खर्चों का पांच प्रतिशत धार्मिक गतिविधियों पर खर्च हुआ था। (भाषा)