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Written By WD
Last Modified: बुधवार, 13 अगस्त 2014 (00:37 IST)

विजय गोयल दिल्ली के 'राज ठाकरे'

विजय गोयल दिल्ली के ''राज ठाकरे'' -
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नई दिल्ली। वरिष्ठ भाजपा नेता और सांसद विजय गोयल ने राज्यसभा में दिल्ली को लेकर दिए गए बयान से बवाल मच गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हर साल बिहार और उत्तरप्रदेश से 6 लाख लोग आते हैं और बस जाते हैं। इसके लिए वित्त मंत्री को कोई व्यवस्था करनी होगी। एनसीआर में जगह का विस्तार करना होगा या फिर राज्यों में ऐसी व्यवस्था करनी होगी कि इन राज्यों के लोग दिल्ली न आएं।

भाजपा सांसद ने कहा कि 1982 में एशियाई खेलों के आयोजन के वक्त स्टेडियमों के निर्माण कार्य के लिए बिहार और उत्तरप्रदेश से जो मजदूर दिल्ली आए थे, वे लोग वापस जाने के बजाय यहीं पर बस गए। इसी कारण दिल्ली में झुग्गी झोपड़ियों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में इन राज्यों से लोग रोजी रोटी या बेहतर शिक्षा के लिए आते हैं। हमें इन राज्यों में भी विकास की ऐसी व्यवस्था करनी होगी, ताकि वे अपना घर छोड़कर दिल्ली न आ पाएं।

दोपहर में राज्यसभा में दिया गया विजय गोयल का यह बयान शाम होते-होते बवाल बन गया। हालांकि गोयल ने कहा कि मेरे बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस से लेकर सभी दलों ने इस पर तीखा विरोध जताया है। बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सीपी ठाकुर ने भी गोयल के बयान का विरोध किया। उन्‍होंने कहा कि दिल्‍ली में ज्‍यादातर लोग बाहर के ही हैं।

गोयल के बयान पर कांग्रेस नेता महाबल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली किसी के बाप की नहीं है, जहां पर देश के किसी भी हिस्से से आने वाले लोगों को रोका जाए। दिल्ली सबकी है और इस पर देश के हर नागरिक का अधिकार है। मिश्रा ने कहा कि गोयल महाराष्ट्र के नेता राज ठाकरे की भाषा बोल रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री भी एक बार अपने भाषण में कह चुकी हैं कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के कारण ही दिल्ली की जनसंख्या बढी है। तब उन्होंने कहा था कि हम यहां पर यूपी बिहार से आने वाले लोगों को रोक नहीं सकते। शीला के इस बयान पर भाजपा ने काफी बखेड़ा खड़ा किया था।