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Written By भाषा
Last Modified: श्रीहरिकोटा (आंध्रप्रदेश) , सोमवार, 30 जून 2014 (21:37 IST)

मोदी वैज्ञानिकों से बोले- 'ये दिल मांगे मोर’

मोदी वैज्ञानिकों से बोले- ''ये दिल मांगे मोर’ -
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श्रीहरिकोटा (आंध्रप्रदेश)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए अपने भाषण में लोकप्रिय वाक्य 'ये दिल मांगे मोर' से लेकर चर्चित विज्ञान कथा फिल्म 'ग्रेविटी' तक का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि हमने बहुत कुछ किया। हमने अफगानिस्तान एवं अफ्रीकी देशों को टेलीमेडीसिन का लाभ मुहैया कराया, लेकिन ये दिल मांगे मोर। मोदी ने यह बात देश में विकसित पोलर सैटेलाइट लांच वेहिकल (पीएसएलवी) के सोमवार को प्रक्षेपण के बाद कही। पीएसएलवी के जरिए 5 विदेशी उपग्रहों का अंतरिक्ष में प्रक्षेपण किया गया है।

उन्होंने कहा कि मैंने हमारे वैज्ञानिकों को प्रस्ताव दिया है कि उन्हें एक दक्षेस (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ) उपग्रह विकसित करना चाहिए। इससे हमारे सभी पड़ोसियों को मदद मिलेगी।

मोदी ने इससे पहले 'ये दिल मांगे मोर' वाक्य का इस्तेमाल हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान किया था। पालमपुर कारगिल शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा का गृहनगर है।

उन्होंने शहीद के प्रसिद्ध वाक्य 'ये दिल मांगे मोर' का इस्तेमाल वोट मांगने के लिए किया था, लेकिन इसके कारण विवाद उत्पन्न हो गया, क्योंकि बत्रा के परिवार ने इस पर आपत्ति व्यक्त की।

कैप्टन बत्रा ने एक विज्ञापन अभियान की कैच लाइन बोलकर इन शब्दों 'ये दिल मांगे मोर' को अमर बना दिया था। (भाषा)