फैसले के बाद मीडिया सेंटर में अफरा-तफरी
अयोध्या में राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय का फैसला आने के कुछ ही समय बाद यहाँ विशेष तौर पर बनाए गए मीडिया सेंटर में अफरा-तफरी मच गई।जैसे ही न्यायमूर्ति डीवी शर्मा, न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल और न्यायमूर्ति एसयू खान की सदस्यता वाली पीठ ने अपना फैसला सुनाया। मुकदमे के सभी पक्षकारों के वकील मीडिया सेंटर में आ गए और फैसले के बारे में अपनी व्याख्या देनी शुरू कर दी।करीब साठ साल से चल रहे मुकदमे के बारे में कम से कम 20 वकीलों ने मंच पर आकर अपनी व्याख्याएँ देनी शुरू कर दी।दोनों ही पक्ष के वकील विजय का चिह्न दिखा रहे थे। मीडिया कर्मियों को उन वकीलों की बात सुनने में काफी मुश्किलें आ रही थी जबकि चारों तरफ फैसले को लेकर भ्रम का माहौल बना रहा।चूँकि फैसले का सारांश तुरंत मुहैया नहीं कराया गया लिहाजा पत्रकारों को वकीलों की बात पर विश्वास करना पड़ रहा था।देशभर के करीब 600 पत्रकार उच्च न्यायालय के फैसले की खबर देने के लिए यहाँ कैसरबाग में जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय पर एकत्र हुए थे।फैसले के बारे में पल-पल की खबर देने के लिए विभिन्न टेलीविजन चैनलों की करीब 40 आउटडोर वैन प्रसारण के लिए परिसर में खड़ी थी।अदालत परिसर के अंदर अदालत संख्या 21, जहाँ अयोध्या फैसला सुनाया जाना था, जाने वाले मार्ग को खाली करा लिया गया था तथा केवल विवाद से जुड़े पक्षों और उनके वकीलों को अंदर जाने की अनुमति दी गई थी। अदालत परिसर के आसपास पुलिस कर्मी बड़ी संख्या में तैनात थे। (भाषा)