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Last Updated : गुरुवार, 13 जून 2019 (10:51 IST)

तूफान में भी जलता रहेगा सोमनाथ की आरती का दीया

तूफान में भी जलता रहेगा सोमनाथ की आरती का दीया - Vayu Cyclone : shed at the entrance of Somnath Temple damaged
चक्रवाती तूफान 'वायु' तेजी से गुजरात के तटीय इलाकों की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। इन इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं। इस वजह से कई इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की खबर है। तेज हवाओं की वजह से सोमनाथ मंदिर के गेट पर लगा शेड उड़ गया। इस बीच मंदिर में श्रद्धालुओं का आना अभी भी जारी है। तूफान के समय भी मंदिर में प्राचीन आरती जारी रहेगी। 

एएनआई के मुताबिक गुजरात के मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सोमनाथ के कपाट खुले रहने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि ये कुदरती आफत है, कुदरत ही रोक सकती है, तो कुदरत को हम क्या रोकें। तूफान के समय भी मंदिर में प्राचीन आरती जारी रहेगी। 
 
चक्रवात की वजह से सौराष्ट्र के भावनगर, अमरेली, सोमनाथ, वेरावल, जामनगर, पोरबंदर और कच्छ के इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 'वायु' तूफान के चलते अहमदाबाद, गांधीनगर और राजकोट समेत तटवर्ती इलाके वेरावल, भुज और सूरत में हल्की बारिश हो सकती है।
 
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि चक्रवात वायु से उत्पन्न खतरे को देखते हुए निचले इलाकों से करीब 3.10 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया है और राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 52 टीमों को तैनात कर दिया गया है। तटरक्षक बल, नौसेना, सेना और वायु सेना की इकाइयों को तैयार रखा गया है और विमानों एवं हेलीकॉप्टरों की मदद से हवाई निगरानी की जा रही है।
 
पश्चिम रेलवे ने बुधवार को बताया कि चक्रवात वायु के चलते आने वाली संभावित आपदा को देखते हुए रेलवे ने 70 ट्रेनों को रद्द कर दिया और 28 ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही रोकने का फैसला किया है। लोगों की दिक्कतों को देखते हुये पश्चिम रेलवे की विशेष राहत ट्रेनें चलाने की योजना है। ये विशेष ट्रेनें गांधीधाम, भावनगर पारा, पोरबंदर, वेरावल और ओखा से प्रत्येक जगह से चलेंगी ताकि वहां से लोगों को निकालने में मदद मिले। बस और हवाई सेवाएं भी रद्द कर दी गई है। 
 
तटरक्षक दल के कमांडर नवतेजसिंह ने बताया कि अगले 50 से 60 घंटे गुजरात के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इस दौरान सबको सतर्क रहने की जरूरत है। यह तूफान गुरुवार को वेरावल तट से होकर शुक्रवार को द्वारका पहुंचेगा और फिर राज्य से दूर निकल जाएगा।
 
तूफान के मद्देनजर तटवर्ती इलाकों में भारी वर्षा की आशंका भी व्यक्त की गई है। समुद्र तटों पर लोगों को नहीं जाने की सलाह दी गई है। उधर तटवर्ती इलाकों समेत राज्य के कई स्थानों पर आज बादलयुक्त वातावरण है और कई स्थानों पर बूंदाबांदी भी हुई है। समुद्र तट पर ऊंची लहरें उठ रही हैं।