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Last Modified: शनिवार, 31 अगस्त 2019 (10:59 IST)

सुब्रमण्मय स्वामी ने कहा- भूल जाओ 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था, प्रियंका बोलीं- BJP ने पंचर कर दी

सुब्रमण्मय स्वामी ने कहा- भूल जाओ 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था, प्रियंका बोलीं- BJP ने पंचर कर दी - Subramanian Swamy Priyanka Gandhi Economy modi Government
नई दिल्ली। भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि यदि नई आर्थिक नीति जल्द लागू नहीं की गई तो भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकता है। उनका यह बयान उस समय आया है जब 2019-20 की पहली तिमाही के लिए विकास दर 5 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो कि पिछले 6 सालों में सबसे कम है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि BJP नेतृत्व वाली सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है।
 
स्वामी ने ट्विटर पर कहा कि यदि कोई नई आर्थिक नीति आने वाली नहीं है, तो 5 ट्रिलियन को अलविदा कहने के लिए तैयार हो जाओ। न तो अकेला साहस या केवल ज्ञान अर्थव्यवस्था को क्रैश होने से बचा सकता है। इसे दोनों की जरूरत है। आज हमारे पास कुछ नहीं है।
मोदी सरकार ने पंचर कर दी अर्थव्यवस्था : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जीडीपी की रफ्तार सवा छह वर्ष के निचले स्तर पर लुढ़क जाने को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है।

प्रियंका ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2019) के जारी आंकड़ों को लेकर टि्वटर पर लिखा कि जीडीपी विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है।
5 प्रतिशत पर पहुंची विकास दर : केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण, कृषि और खनन क्षेत्र में सुस्ती के कारण देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर लगातार पांचवीं तिमाही में घटते हुए चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5 प्रतिशत रह गई जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह वृद्धि दर 8 प्रतिशत रही थी।
 
यह वित्त वर्ष 2012-13 की चौथी तिमाही के बाद जीडीपी में सबसे कमजोर बढ़ोतरी है। वर्ष 2012-13 की अंतिम तिमाही में विकास दर 4.3 प्रतिशत रही थी। वित्त वर्ष 2017-18 की अंतिम तिमाही (8.1 प्रतिशत) के बाद से विकास दर में लगातार गिरावट दर्ज की गई है। पिछले वित्त वर्ष की पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी तिमाही में जीडीपी क्रमश: 8 प्रतिशत, 7 प्रतिशत, 6.6 प्रतिशत और 5.8 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ी थी।
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