जयपुर। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि सरकार की सोच और विकास कार्यों को लोगों तक पहुंचाने के लिए दूरदर्शन, आकाशवाणी के साथ ही क्षेत्रीय समाचार बुलेटिन को अधिक सशक्त बनाया जाएगा। साथ ही सामुदायिक रेडियो को विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद पहली बार जयपुर आए राठौड़
आज यहां अपने घर पर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मीडिया पूरी तरह से आजाद है। मीडिया खुद-ब-खुद अपनी जिम्मेदारी और अपने कर्तव्यों के बारे में समझता है, इसलिए सरकार को कोई दिशा-निर्देश देने की जरूरत नहीं है।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में सरकार को मीडिया पर निगरानी रखने की जरूरत नहीं है। मुझे मीडिया पर यकीन है। मैं कह सकता हूं कि मीडिया पूरी तरह से स्वतंत्र है।’’
राठौड़ ने कहा कि सरकार आकाशवाणी, दूरदर्शन को और सशक्त बनाने पर काम कर रही है, जिससे जनसामान्य तक इनकी पहुंच हो सके। सरकार सोशल मीडिया का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की है, जिसने काम शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि सामुदायिक रेडियो की पहुंच बढ़ाने और एफएम पर समाचार का प्रसारण शुरू करने पर भी गंभीरता से विचार करेगी। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय सीमावर्ती इलाकों में दूरदर्शन और आकाशवाणी की पहुंच बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
राठौड़ ने कहा कि मैसेज के माध्यम से किसानों, मछुआरों और अन्य लोगों को सूचना देने पर भी विचार-विमर्श किया जा रहा है, जिससे आम लोग देश विदेश में हो रहे घटनाक्रम, किसान अपनी फसल को लेकर और मछुआरे मौसम की स्थिति का आसानी से तुरंत जानकारी मिल सके।
उन्होंने केन्द्रीय मंत्रिमंडल में राजस्थान को कम मिले प्रतिनिधित्व के बारे में पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि टीम गठित करने का दायित्व प्रधानमंत्री का है। किसे अवसर देना और किसे क्या जिम्मेदारी देना है, यह उनका क्षेत्राधिकार है। हम सब का एक नजरिया है, देश को आगे ले जाना।
केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री ने कहा, ‘राजस्थान के विकास के मुद्दे को मैं, प्रो. सांवरलाल जाट, निहाल चंद मेघवाल (केन्द्रीय मंत्रिमंडल में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने वाले) तथा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ हर सप्ताह विचार-विमर्श कर आगे बढ़ाएंगे।’ (भाषा)