पाक नौका में नहीं था मछली पकड़ने का जाल...
गांधीनगर। भारतीय तटरक्षक बल ने कहा कि उनके द्वारा देखी गई विस्फोट से लदी नौका के चालक दल के सदस्यों की पहचान के बारे में संदेह पैदा हुआ था क्योंकि वे अपने पहनावे से मछुआरे नहीं लग रहे थे तथा उनके पास मछली पकड़ने का जाल भी नहीं था।
आईसीजी ने कहा कि उन्होंने इस नौका को पकड़ने के लिए आदर्श अभियान प्रक्रिया का पालन किया। तटरक्षक बल को खुफिया जानकारी मिली थी कि यह नौका कुछ गैरकानूनी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची से रवाना हुई थी।
समुद्री कानून प्रवर्तन एजेंसी ने दोहराया कि नौका में उसी के चालक दल के सदस्यों ने आग लगा ली जिससे विस्फोट हुआ और बाद में नौका डूब गई। यह घटना 31 दिसंबर और एक जनवरी की दरमियानी रात को अरब सागर में पोरबंदर तट से करीब 365 किलोमीटर दूर तटरक्षक बल द्वारा पीछा किए जाने के बाद हुई।
तटरक्षक कमांडर (उत्तर पश्चिम क्षेत्र) कुलदीप सिंह श्योरान ने कहा, 'हमने नौका पर चार लोग देखे, वे कहीं से भी मछुआरे जैसे नहीं लग रहे थे, उन्होंने टी शर्ट और हाफ पैंट पहन रखी थी, और इससे हमें संदेह पैदा हुआ।' उन्होंने कहा कि नौका के मलबे और चालक दल के सदस्यों के शवों की खोज के लिए अभियान चल रहा है। (भाषा)