प्रवासी भारतीय देंगे उत्तराखंड के लिए 500 करोड़
नई दिल्ली। अरबपति प्रवासी भारतीय उद्योगपति मनोज भार्गव के परमार्थ संगठन ने उत्तराखंड में स्वास्थ्य, शिक्षा और विभिन्न क्षेत्रों में विकास की गतिविधियां चलाने के लिए 500 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है।
बीती शाम हंस फाउंडेशन की पांचवीं सालगिरह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में इसकी घोषणा की गई। यह संगठन 25 राज्यों में वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए गैर सरकारी संगठनों के साथ काम करता है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस पहल का स्वागत किया। रावत ने बताया, मैं बहुत ही जिज्ञासा के साथ परियोजना के शुरू होने की प्रतीक्षा कर रहा हूं। संगठन निजी स्तर पर राज्य में बहुत सारे कार्य कर चुका है। कोटद्वार के पास सतपुली और हरिद्वार में दो अस्पतालों की स्थापना कर उन्होंने पहले ही हजारों लोगों की स्वास्थ्य के क्षेत्र में मदद की है।
पांच सौ करोड़ रुपए की अनुदान राशि फाउंडेशन की 'उत्तराखंड 2020' परियोजना का ही हिस्सा है जो कि राज्य में छह साल से अधिक समय में खर्च की जाएगी। इस परियोजना से राज्य के कम आय वर्ग वाले लोगों की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार लाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इन कार्यक्रमों को पूर्ण समर्थन देगी और उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर वे आम लोगों को बेहतर लाभ मुहैया करा सकते हैं।
हंस फाउंडेशन की अध्यक्ष श्वेता रावत ने इस अवसर पर कहा कि फाउंडेशन का उद्देश्य देश के उन संगठनों को सशक्त बनाना है जो आर्थिक लाभ से ऊपर उठकर काम करते हैं।
फाउंडेशन देश के 25 राज्यों में 151 से अधिक संगठनों को सहयोग देता आ रहा है जहां इसकी स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, आजीविका, जल एवं स्वच्छता के क्षेत्र में 406 से अधिक परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। (भाषा)