- सुनील जैन
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भारत को निवेश के लिए एक आकर्षक स्थल बताते हुए कहा के देश में हाल में रेलवे तथा आधारभूत क्षेत्र को विदेशी निवेश के लिए खोले जाने तथा रक्षा, उत्पादन और बीमा जैसे क्षेत्रों में विदेशी निवेश की सीमा 49 प्रतिशत किए जाने जैसे आर्थिक सुधारों से भारत निवेश के लिए एक आकर्षक स्थल बन गया है।
उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अर्थ व्यवस्था की विकास दर 5.7 प्रतिशत रही। पिछले तीन वर्षों में विदेशी निवेश के जरिए देश में 117 अरब डॉलर का निवेश हुआ। मौजूदा सरकार द्वारा उठाए गए इन नीतिगत कदमों तथा प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ के आह्वान से संभावित घरेलू व विदेशी निवेशकों के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध हुए हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि जिस तरह से राज्य और सरकारी उपक्रम के बालिका सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, ई-गवर्नेन्स के द्वारा परदर्शिता, पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ भारत मिशन को लेकर अपनी पहल दिखा रहे है, यह वाकई संतोष जनक है
राष्ट्रपति ने शुक्रवार को राजधानी के प्रगति मैदान में एक नयनाभिराम कार्यक्रम में अन्तरराष्ट्रीय व्यापार मेले का उद्घाटन किया। केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन ने समारोह की अध्यक्षता की।
उद्घाटन समारोह में दक्षिण अफ्रीका की व्यापार और उद्योग मंत्री एलिजाबेथ थाबे, भारत अन्तरराष्ट्रीय व्यापार मेला प्राधिकरण की अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक श्रीमती रीता मेनन के अलावा दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग भी मौजूद थे। इस अवसर पर सुश्री मेनन ने कहा कि दुनिया भर मे 31000 व्यापार मेले मेले होते है, जिसमें यह मेला प्रमुख स्थान रखता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि यह मेला उद्द्योग जगत के लिए अन्तराष्ट्रीय समुदाय के सम्मुख अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का सुनहरी मंच है। इस मेले से उत्पादक तथा एक आकर्षक निवेश स्थल के रूप में भारत के प्रति विश्व का आकर्षण निरंतर बढ़ रहा है।
राष्ट्रपति के अनुसार आईआईटीएफ व्यवसायों के लिए एक-दूसरे से बातचीत करने और व्यापारियों को अपने विदेशी समकक्षों से मिलने का एक मंच उपलब्ध कराता है।
यह व्यापार मेला पिछले 34 सालों से देश की आर्थिक एवं व्यापारिक क्षमता को प्रदर्शित करता आ रहा है। इस वर्ष के मेले का थीम के लिए 'महिला उद्यमी' है। राष्ट्रपति नें विशेष तौर पर प्राधिकरण को इस वर्ष के थीम के लिए 'महिला उद्यमी' के लिए चुने जाने पर बधाई दी।
महिला उद्यमी पैवेलियन के समीप एक विशेष पैवेलियन 'अभिव्यक्ति पैवेलियन' भी बनाया जा रहा है, जहां महिला अधिकार सम्पन्नता के बारे मे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार महिला थीम के मद्देनज़र मेले के दौरान 'महिला उद्यमी' रखने का उद्देश्य विभिन्न संगठनों द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में चलाए जा रहे महिला कल्याण कार्यक्रमों के एकीकरण में मदद करना है।
आईटीपीओ द्वारा आयोजित विश्व व्यापार मेले में इस वर्ष सहभागी देश दक्षिण अफ्रीका है। फोकस देश थाईलैंड है जबकि फोकस स्टेट दिल्ली। पिछले वर्ष के 19 देशों की तुलना में इस वर्ष मेले में 25 देश हिस्सा ले रहे है है। मेले में पहली बार कोरिया, कुवैत, बांग्लादेश, जर्मनी, तिब्बत, किरगिस्तान आ रहे हैं।
पाकिस्तान इस बार के विश्व व्यापार मेले में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराने जा रहा है, पाकिस्तान लगभग 120 कंपनियों के साथ इंडियन ट्रेड प्रमोशन आर्गनाइजेशन (आइटीपीओ) में हिस्सा लेगा। इसके लिए उसने मेले में सबसे अधिक जगह बुक कराई है।
इस बार व्यापार मेले में देश-विदेश की 6,500 से अधिक कंपनियों के भाग लेने से यह विश्व के सबसे बड़े व्यापार मेलों में से एक बन गया है। मेले में केंद्र और राज्य सरकारों के मंत्रालयों और संबंधित क्षेत्रों की निजी कंपनियां भी हिस्सेदारी करेंगी। आईआईटीएफ में इस साल दुनियाभर से लगभग 20 लाख आगंतुकों के आने की संभावना है।
दर्शकों की सुविधा के लिए आइटीपीओ प्रशासन ने पैवेलियनों के अंदर 11 बैंकों के 21 एटीएम लगाने का फैसला किया है। कुछ पैवेलियन में 1 तथा कुछ में 2 एटीएम होंगे।
आइटीपीओ के एक प्रवक्ता के अनुसार विश्व व्यापार मेले में बीएसएफ और सीआइएसएफ के बैंड पहले जहां केवल एक दिन बजते थे, वहीं अब रोज बजेंगे। व्यापार मेले के पहले पांच दिन 14 से 18 नवंबर केवल कारोबारी आगंतुकों के लिए होंगे। आम जनता के लिए मेला 19 से 27 नवंबर तक खुला रहेगा।
ट्रेड फेयर का टिकट पहले पांच दिनों तक 30 मेट्रो स्टेशनों पर मिलेंगे जबकि बाकी दिनों में दिल्ली-एनसीआर के सभी मेट्रो स्टेशनों पर टिकट मिलेगा। 19 तारीख से सामान्य दिनों में टिकट के दाम वयस्क के लिए 50 रुपए व बच्चों के लिए 30 रुपए होंगे, जबकि अवकाश या शनिवार-रविवार के दिन वयस्क के लिए 80 रुपए व बच्चों के लिए 50 रुपए होंगे। (वीएनआई)