गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Congress delegation meets President in Delhi violence case
Written By
Last Modified: गुरुवार, 27 फ़रवरी 2020 (13:33 IST)

Delhi violence : राष्ट्रपति से मिला कांग्रेस शिष्टमंडल, गृहमंत्री के इस्‍तीफे की मांग, ज्ञापन सौंपा

Delhi violence : राष्ट्रपति से मिला कांग्रेस शिष्टमंडल, गृहमंत्री के इस्‍तीफे की मांग, ज्ञापन सौंपा - Congress delegation meets President in Delhi violence case
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में पार्टी के शिष्टमंडल ने गुरुवार को दिल्ली हिंसा मामले पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर आग्रह किया कि वह केंद्र सरकार से राजधर्म का पालन कराने और गृहमंत्री अमित शाह को हटाने के लिए कदम उठाएं। गौरतलब है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में भड़की हिंसा में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।

राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले पार्टी शिष्टमंडल में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और कुछ अन्य नेता शामिल थे।

कोविंद से मुलाकात के बाद सोनिया ने कहा कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में हमने दिल्ली में स्थिति को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा की थी। हमने राष्ट्रपति से मिलने और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपने का फैसला किया। उन्होंने ज्ञापन के कुछ हिस्से पढ़े और दावा किया कि केंद्र और दिल्ली सरकार हिंसा को लेकर मूकदर्शक बनी रहीं। गृह मंत्री और प्रशासन की निष्क्रियता से बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ।

कांग्रेस की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है, हम इस बात को दोहराते हैं कि गृहमंत्री को हटाया जाए क्योंकि वे हिंसा को रोकने में अक्षम साबित हुए। पार्टी ने ज्ञापन में राष्ट्रपति से कहा, हम आपसे आग्रह करते हैं कि नागरिकों के जीवन, संपत्ति और आजादी को सुरक्षित रखा जाए। हम आशा करते हैं कि आप निर्णायक कदम उठाएंगे।

मनमोहन सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों के भीतर दिल्ली में जो कुछ भी हुआ है वो बहुत चिंताजनक और राष्ट्रीय शर्म का विषय है। यह हालात को नियंत्रित रखने में केंद्र सरकार की पूरी विफलता का प्रमाण है। सिंह ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से कहा है कि वे सरकार से राजधर्म का पालन करने के लिए कहें। गौरतलब है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में भड़की हिंसा में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
ये भी पढ़ें
मैं दिल्‍ली हूं… मेरे ‘दिल के घाव’ को कभी ‘दिल्‍ली’ बनकर महसूस कीजिए