गुरुवार, 28 मार्च 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. China Building New Larger Bridge Over Pangong Lake, Satellite Pic Shows
Written By
Last Updated : शुक्रवार, 20 मई 2022 (00:21 IST)

LAC : पैंगोंग लेक के पास चीन बना रहा है पुल, भारत ने कही यह बात

LAC : पैंगोंग लेक के पास चीन बना रहा है पुल, भारत ने कही यह बात - China Building New Larger Bridge Over Pangong Lake, Satellite Pic Shows
नई दिल्ली। चीन पूर्वी लद्दाख में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पैंगोंग झील के आसपास के अपने कब्जे वाले क्षेत्र में एक दूसरे पुल का निर्माण कर रहा है और यह चीनी सेना के लिए इस क्षेत्र में अपने सैनिकों को जल्दी से पहुंचाने में सहायक हो सकता है।
 
सैटेलाइट इमेज और इस घटनाक्रम से परिचित लोगों ने यह जानकारी दी। दो साल से अधिक समय से पूर्वी लद्दाख में कई तनाव वाले बिंदुओं पर भारतीय और चीनी सेनाओं में जारी गतिरोध के बीच पुल का निर्माण किया जा रहा है।
 
क्या कहा विदेश मंत्रालय ने : पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के पास चीन के दूसरा पुल बनाने की खबरें आने के एक दिन बाद विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि खबरों के अनुसार जिस स्थान पर निर्माण कार्य किया जा रहा है, वह क्षेत्र दशकों से उस देश के कब्जे में है और भारत ऐसे घटनाक्रम पर नज़र रखता है।
 
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा मार्च में की गई टिप्पणी का भी संदर्भ दिया जिसमें केन्द्रीय मंत्री ने कहा था कि अप्रैल 2020 से चीन की तैनाती के बाद से पैदा ‘तनाव और संघर्ष’ सामान्य संबंधों के माध्यम से दूर नहीं हो सकता है।
 
उनकी यह टिप्पणी चीन द्वारा सामरिक रूप से महत्वपूर्ण पैंगोंग सो क्षेत्र में दूसरे पुल के निर्माण संबंधी खबरों पर प्रतिक्रिया स्वरूप आयी है।
 
बागची ने कहा कि हमने पुल से जुड़ी खबरें देखी हैं। यह सेना से जुड़ा मुद्दा है... हम इसे (चीन के) कब्जे वाला क्षेत्र मानते हैं। रक्षा मंत्रालय इस संबंध में विस्तार से टिप्पणी कर सकेगा।’’
 
उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र की बात हो रही है... हमें हमेशा लगा कि वह (चीन के) कब्जे वाला क्षेत्र है और हमें दशकों से (उसके वापस मिलने) की आशा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम इन घटनाक्रमों पर नजर रखते हैं।
 
बागची ने कहा कि अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि क्षेत्र में दूसरे पुल का निर्माण किया जा रहा है या फिर पहले पुल में ही विस्तार किया जा रहा है। जनवरी में जब चीन द्वारा पैंगोंग सो क्षेत्र में पहले पुल के निर्माण की खबर आई थी तो विदेश मंत्रालय ने कहा था कि यह क्षेत्र पिछले 60 साल से चीन के अवैध कब्जे में है।
 
उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों और सैन्य विशेषज्ञों के अनुसार, नया पुल दूसरे पुल के सामने बनाया जा रहा है। प्रवक्ता ने बताया कि जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मार्च में उनकी नयी दिल्ली यात्रा के दौरान इस सैन्य गतिरोध पर भारत के रुख से अवगत कराया था। उन्होंने कहा कि आपको भी पता है कि विदेश मंत्री वांग यी इस साल मार्च में यहां आए थे और विदेश मंत्री ने उन्हें हमारी आकांक्षाओं से अवगत कराया था।
 
बागची ने कहा कि भारत ने चीनी पक्ष के साथ राजनयिक एवं सैन्य स्तर पर कई दौर की वार्ता की है और आगे भी यह जारी रहेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर ने बाद में मीडिया से कहा था कि अप्रैल 2020 में चीनी पक्ष द्वारा तैनाती के कारण उत्पन्न तनाव एवं संघर्ष के बीच दोनों देशों में सामान्य स्थिति बहाल नहीं हो सकती।
 
बागची ने कहा कि इसलिये हम चीनी पक्ष के साथ राजनयिक एवं सैन्य स्तर पर संवाद जारी रखेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दोनों मंत्रियों के निर्देशों का पूरी तरह से अनुपालन हो। जानकार सूत्रों ने बुधवार को बताया था कि चीनी पक्ष द्वारा पूर्वी लद्दाख में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण पैंगोंग सो के पास दूसरा पुल बनाया जा रहा है।
ये भी पढ़ें
वेदमूर्ति पं. वीरसेन : वेदश्रमी 'वेद विज्ञानाचार्य'