शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. China Border Situation, Inflation To Dominate Parliament Winter Session
Written By
Last Updated : मंगलवार, 6 दिसंबर 2022 (20:47 IST)

Parliament Winter Session : संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन मीडिया से करेंगे बात PM मोदी, विपक्ष इन मुद्दों पर करेगा सरकार का घेराव

Parliament Winter Session : संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन मीडिया से करेंगे बात PM मोदी, विपक्ष इन मुद्दों पर करेगा सरकार का घेराव - China Border Situation, Inflation To Dominate Parliament Winter Session
नई दिल्ली। Parliament Winter Session News : संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष ने मोदी सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। विपक्षी दलों महंगाई, बेरोजगारी, चीन सीमा पर विवाद जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। सरकार ने सत्र से पहले विपक्षी दलों की बैठक भी बुलाई थी। सरकार इस सत्र में 16 बिल पेश करेगी। संसद के शीतकालीन सत्र काफी अहम होने वाला है।

राजनीतिक दलों ने तमाम अभियानों और आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए ये पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं। सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मीडिया से बातचीत कर सकते हैं।
संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्षी दलों ने महंगाई, बेरोजगारी, चीन से लगी सीमा की स्थिति, कॉलेजियम के मुद्दे से जुड़ा विषय, केंद्र राज्य संबंध एवं संघीय ढांचे का विषय एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को आरक्षण पर अदालती फैसले सहित कुछ अन्य मुद्दों को उठाने एवं चर्चा कराने के लिये पर्याप्त समय देने की मांग की है।
 
32 नेताओं ने लिया था हिस्सा : संसद सत्र से पहले सरकार ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, बीजद, आप सहित 31 दलों के सदन के नेताओं ने हिस्सा लिया। सरकार ने बैठक में आश्वस्त किया कि वह लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति की अनुमति से नियमों के तहत विपक्ष के उठाये मुद्दों पर चर्चा कराने को तैयार है।
 
बीजू जनता दल ने सत्र के दौरान महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने की मांग की जबकि शिवसेना का शिंदे गुट चाहता है कि जनसंख्या नियंत्रण विधेयक पारित कराया जाए।
 
सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए रक्षा मंत्री एवं लोकसभा के उपनेता राजनाथ सिंह ने सदन के सुचारू कामकाज संचालित होने के लिये सभी दलों का सहयोग मांगा।
 
बैठक के बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि देश में आज मुद्दे ही मुद्दे हैं और विपक्ष सदन में चर्चा और सिर्फ चर्चा करना चाहता है। ऐसे में चर्चा के लिये पर्याप्त समय देकर सरकार को सदन में कामकाज का माहौल तैयार करना चाहिए।
 
उन्होंने कहा कि देश में मुद्दों की लंबी सूची है जिसमें महंगाई और बेरोजगारी प्रमुख हैं। इसके साथ ही कॉलेजियम के विषय पर सरकार और न्यायपालिका के बीच जो स्थिति पैदा हुई है, वह भी एक विषय है।
 
चौधरी ने कहा कि सरकारी प्रतिष्ठानों का कथित दुरुपयोग, केंद्र राज्य संबंध एवं संघीय ढांचे पर आघात से जुड़ा भी विषय है, जिसे हम उठाना चाहेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि चीन से लगी सीमा पर क्या स्थिति है, इसके बारे में हमें सही ढंग से जानकारी नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि हम (विपक्ष) चाहते हैं कि सत्र के दौरान इस विषय पर भी चर्चा हो।
 
 
चौधरी ने आरोप लगाया कि कश्मीर से हिन्दुओं का पलायन हो रहा है, यह भी महत्वपूर्ण विषय है। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर जो वादा किया था, और भूल सुधार करने की बात कही थी, उसे पूरा नहीं किया गया। इस विषय को भी वह सदन में उठायेंगे।
 
वहीं, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हमने विभिन्न दलों के सदन के नेताओं के साथ सत्र में उठाये जाने वाले विषयों के बारे में विस्तृत चर्चा की और उन्हें प्रारंभ में ही बता दिया कि लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति की अनुमति से नियमों के तहत उनके उठाये मुद्दों पर चर्चा कराने को सरकार तैयार है।
 
उन्होंने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार नियमों के तहत चर्चा कराने को पूरी तरह तैयार हैं।
 
बैठक के दौरान जोशी ने सत्र के दौरान सरकार के विधायी कामकाज का ब्यौरा रखा और विधेयक पारित कराने में विपक्ष का सहयोग मांगा। कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि विपक्ष सदन में चर्चा करना चाहता है, ऐसे में सरकार को चर्चा के लिये पर्याप्त समय देना चाहिए।
 
उन्होंने कहा कि इस सत्र में 17 दिन बैठक होगी और इसमें 24 विषय रखे जायेंगे, ऐसे में चर्चा के लिए पूरा मौका देना चाहिए।
 
वहीं, तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओब्रायन ने कहा कि हम सत्र के दौरान महंगाई, बेरोजगारी तथा सरकारी एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के साथ केंद्र राज्य संबंध के विषय को भी उठाना चाहते हैं और बैठक में हमने इस बारे में अपनी बात रखी है।
 
बीजद के डॉ. सस्मित पात्रा ने कहा कि उनकी पार्टी ने सत्र के दौरान महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराने की मांग की है और यह विषय ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक उठाते रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि इसके अलावा कॉलेजियम के मुद्दे से जुड़ा विषय भी उठायेंगे, जिसका प्रभाव देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी केंद्र राज्य संबंध से जुड़ा विषय भी उठाना चाहती है।
 
वहीं, कांग्रेस नेता नासीर हुसैन ने चुनाव आयुक्त की नियुक्ति तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिये कोटा के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की ।
 
आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने पुरानी पेंशन योजना पर चर्चा कराने और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिये कानून बनाने की मांग की ।
 
बैठक में कांग्रेस से अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस से सुदीप बंदोपाध्याय, डेरेक ओ ब्रायन, द्रमुक से टीआर बालू, आम आदमी पार्टी से संजय सिंह आदि ने हिस्सा लिया। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौजूद थे।
 
सूत्रों के अनुसार, बैठक में कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों ने सत्र के दौरान महंगाई, बेरोजगारी, संवैधानिक पदों से जुड़े मुद्दे उठाने और पेश किये जाने वाले विधेयकों पर पर्याप्त चर्चा कराने की मांग की है।
 
संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू होगा और यह 29 दिसंबर को समाप्त होगा। गुजरात व हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजे आठ दिसंबर को आएंगे, ऐसे में संसद सत्र में इसका असर देखने को मिल सकता है।
 
इस बीच, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मंगलवार की शाम कार्य मंत्रणा समिति की बैठक करेंगे। इस बार उन्होंने पारंपरिक तौर पर सत्र से पहले आयोजित की जाने वाली सर्वदलीय बैठक की बजाए कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाने का निर्णय किया है। सरकार ने पिछले सप्ताह शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किये जाने वाले 16 विधेयकों की सूची जारी की थी। भाषा Edited by Sudhir Sharma
ये भी पढ़ें
शराब घोटाले में KCR की बेटी कविता को फिर जारी हुआ समन, CBI ने 11 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया