बुधवार, 17 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. राष्ट्रीय
  4. Chhota Shakeel
Written By
Last Updated :नई दिल्ली , शनिवार, 4 जुलाई 2015 (11:38 IST)

दाऊद के गुर्गे ने दी मोदी सरकार को चुनौती!

दाऊद के गुर्गे ने दी मोदी सरकार को चुनौती! - Chhota Shakeel
नई दिल्ली। दाऊद इब्राहीम और उसका सबसे करीबी गुर्गा छोटा शकील अब भारत नहीं लौटना चाहते। एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए इंटरव्यू में शकील ने बताया कि वे 1993 के मुंबई ब्लास्ट के बाद भारत वापस लौटना चाहते थे, लेकिन तब भारत सरकार ने उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। अब वे खुद लौटने के इच्छुक नहीं है।     
जब शकील से इंटेलीजेंस सोर्स के द्वारा दी गई जानकारी जिसमें पिछले साल 16 सितंबर को दाऊद पर हमले के बारे के बारे में बताया गया था के बारे में पूछा गया तो वह गुस्से से लाल हो गया। इंटेलीजेंस सोर्स के मुताबिक दाऊद पर यह हमला तब हुआ था जब वह कराची में शकील की बेटी जोयी की शादी में शामिल होने जा रहा था। उस हमले में जैसे तैसे डॉन की जान बची थी।  
 
जब रिपोर्टर ने यह बात शकील से छेड़ी तो शकील भड़क उठा, ये किसने बताया तुम्हें? इसके बारे में मुझे कुछ नहीं पता है। सवाल वो करो जिसका जवाब मैं दूं आपको, वो ना करो जिसका जवाब ना दूं, आज तक जितनी भी ऐसी जानकारियां आई हैं ...एजेंसियां भी जानती है, खयाली पुलाव है, सपने देखते हैं, इनका सपना कभी पूरा नहीं होगा।  
अगले पन्ने पर, शकील ने एजेंसियों पर लगाए ये आरोप...     

शकील ने भारतीय एजेंसियों पर आरोप लगाए कि वे गैंग्स के बीच में भेदभाव करते हैं। शकील ने कहा कि भारत सरकार कभी छोटा राजन को पकड़ने के बारे में बात क्यों नहीं करती। जब एजेंसी यह जान सकती है कि मैं उसके खिलाफ जाल बुन रहा हूं और जानती है कि वह कहां है, तो ह उसे पकड़ती क्यों नहीं। क्या उसने लोगों को नहीं मारा? क्या वह अपराधी नहीं है? 
 
उसने भारतीय अधिकारियों के दाऊद और उसके गुर्गों को भारत वापस लाने के मंसूबों की जमकर खिल्ली उड़ाई और कहा। हर बार नई सरकार आती है, वह हमारे बारे में पहला बयान देते हैं। उसको लेके आएंगे....क्या हलवा है? करी का बच्चा समझ कर रखा है क्या? लाना है तो छोटा राजन को लाओ ना। 

शकील ने छोटा राजन के बारे में बात करते हुए बताया कि उसे एक दलबदलू ने जानकारी दी थी कि राजन ऑस्ट्रेलिया में है, लेकिन जैसे ही वह ऑस्ट्रेलिया पहुंचा छोटा शकील वहां से चूहे की दुम दबाकर भाग गया।     
 
उसने बताया कि राजन के ग्रुप के 3 सदस्यों ने उसका साथ दिया। उसने कहा कि उसके विश्वास पर भरोसा करके ही वे उसके साथ जुड़े थे। डी-कंपनी के द्वारा मारे गए राजन के उन साथियों के परिवार की देखभाल मैं कर रहा हूं।  शकील ने आगे बताया कि उसने पिछले 5-6 साल में किसी की जान नहीं ली। मैं निर्दोष लोगों की जान नहीं लेना चाहता। राजन यूपी से शूटर लाता है और हमारे नाम से लोगों को मारता है। मैं अपना करोबार भारत में जारी रखना चाहता हूं।      
 
शकील से जब कहा गया कि क्या राजन की हिंदू डॉन वाली छवि बन रही है तो वह तमतमा गया। उसने कहा कि यह मीडिया का काम है, अगर वह देशप्रेमी है तो सेना में ले लो ना...बॉर्डर पर भेज दो ना!मुल्क के लिए काम करेगा। हिंदु डॉन की धारणा आपकी लोगों की है...उसने सभी हिन्दुओ को पैसे के खातिर मार डाला। (एजेंसियां)