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Last Modified: शनिवार, 10 अक्टूबर 2015 (09:36 IST)

राजद नेता का शर्मनाक बयान- ऋषि-मुनि भी खाते थे बीफ

राजद नेता का शर्मनाक बयान- ऋषि-मुनि भी खाते थे बीफ - Beef politics
पटना। बिहार चुनाव के चलते कुछ नेता बीफ पर राजनीति कर रहे हैं। किसी को मुस्लिम वोट चाहिए तो किसी को हिन्दू। ताजा मामले में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने शर्मनाक बयान दिया है। रघुवंश प्रसाद ने दावा किया कि पहले तो ऋषि-मुनि भी बीफ खाते थे। फिर इस पर इतना हंगामा क्यों? उन्होंने कहा कि बीफ मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है।
रघुवंश ने कहा कि वैदिक काल में भी लोग बीफ खाते थे और शास्त्रों में इसका प्रमाण भी है. बीफ खाना तब कम किया गया जब बौद्ध धर्म लोकप्रिय हुआ और इसके बाद ही गोहत्या पर लगाम लगी। इससे पहले लालू ने कहा था कि हिंदू भी तो बीफ खाते हैं।
 
रघुवंश के इस बयान पर भाजपा के नंदकिशोर यादव ने प्रतिक्रिया में कहा, यह बेहद शर्मनाक है कि जो समाज गाय की पूजा करता है, उसके लिए इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं। इस तरह के बयानों की हर तरफ निंदा की जानी चाहिए। दूसरी ओर भाजपा के गिरिराज सिंह ने कहा कि आरजेडी का पूरा कुनबा पगला गया है। यह बयान कौम को शर्मसार करने वाला है। गिरिराज ने कहा कि वह महज वोटों के लिए समाज को बांट रहे हैं, हिन्दुओं का अपमान है, इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। पूरा कुनबा पगला रहा है
 
गौरतलब है कि इस मसले पर विवादित बयान देने वालों में सपा नेता आजम खान का नाम भी शामिल है। आजम खान ने कहा था कि हिम्मत हो तो बीफ बेचने वाले होटलों को बाबरी मस्जिद जैसा तोड़ दो। अखलाक की मौत से नाराज आजम ने  एक बयान जारी कर गोभक्तों को चुनौती देते हुए कहा कि उनके अंदर अगर हिम्मत है तो वो आज के बाद किसी भी होटल के मेन्यू में बीफ की कीमत ना लिखने दें।
 
आपको बता दें कि 28 सितंबर को बिसाड़ा में अखलाक नामक शख्स को सिर्फ इसलिए पीट-पीटकर मार डाला गया क्योंकि शक था कि उसने गौमांस खाया है। बस इसके बाद ही उत्तर प्रदेश और बिहार में बीफ पर राजनीति शुरू हो गई।