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Last Updated : बुधवार, 18 जनवरी 2017 (19:39 IST)

'नाभा जेल' के आरोपियों ने लिया था ऑनलाइन विज्ञापन देखकर घर

'नाभा जेल' के आरोपियों ने लिया था ऑनलाइन विज्ञापन देखकर घर - Nabha jail scandal, Indore police, Nabha jail Punjab
इंदौर। पंजाब के सनसनीखेज नाभा जेल ब्रेक कांड के पांच लाख रुपए के इनामी आरोपी और उसके साथी ने एक वेबसाइट पर ऑनलाइन वर्गीकृत विज्ञापन देखकर यहां करीब 10 दिन पहले किराए का फ्लैट लिया था। इंदौर पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों आरोपियों को एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को पंजाब पुलिस को 20 जनवरी तक ट्रांजिट हिरासत में सौंप दिया।
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया, आगामी गणतंत्र दिवस से पहले शहर के संदिग्ध किरायेदारों से पूछताछ के अभियान के दौरान मंगलवार रात खजराना क्षेत्र से कुलप्रीत सिंह देवल उर्फ नीटा और उसके साथी सुनील कालरा उर्फ शैल्ला को पकड़ा। 
 
दोनों आरोपियों ने एक वेबसाइट पर ऑनलाइन वर्गीकृत विज्ञापन देखकर इस क्षेत्र के एक रहवासी अपार्टमेंट स्थित फ्लैट के मालिक से संपर्क किया था और उससे करीब 10 दिन पहले ही फ्लैट किराए पर लिया था। इसी फ्लैट में छिपे दोनों आरोपियों को पुलिस ने गुप्त मुहिम के दौरान धरदबोचा। 
 
देवल, पंजाब के पटियाला जिले के उच्च सुरक्षा वाले नाभा जेल से गत 27 नवंबर के सनसनीखेज घटनाक्रम के दौरान भागने वाले छह कैदियों में शामिल है और उसकी गिरफ्तारी पर पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। उसका साथी कालरा पंजाब में हत्या, लूट और अन्य संगीन आपराधिक मामलों का आरोपी है। 
 
मिश्रा ने बताया, देवल और कालरा ने फ्लैट के मालिक को अपनी पहचान के फर्जी दस्तावेज दिए और खुद को ट्रक ड्राइवर बताया, लेकिन दोनों आरोपी फ्लैट से कुछ ही समय के लिए बाहर निकलते थे। इससे रहवासी अपार्टमेंट के निवासियों को इनकी गतिविधियों पर शक हुआ। 
 
डीआईजी ने बताया कि देवल और कालरा उत्तरांचल, राजस्थान और महाराष्ट्र होते हुए इंदौर पहुंचे थे। इंदौर पुलिस ने दोनों आरोपियों के कब्जे से आठ मोबाइल, एक लैपटॉप और 92,000 रुपए की नकदी बरामद की है।
 
उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को एक स्थानीय अदालत के आदेश पर पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया। पंजाब पुलिस के एक उपाधीक्षक (डीएसपी) के नेतृत्व में 15 सदस्यीय दल इन्हें अपने साथ ले जाने के लिए बुधवार सुबह इंदौर पहुंचा था। 
 
इस बीच, लोक अभियोजन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि देवल और कालरा को यहां प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट (जेएमएफसी) धर्मेन्द्र टाडा के सामने पेश किया गया। अदालत ने दोनों आरोपियों को पंजाब पुलिस को 20 जनवरी तक ट्रांजिट हिरासत में सौंप दिया। अधिकारी ने बताया कि पंजाब पुलिस देवल और कालरा को पटियाला की जिला अदालत में पेश करेगी। (भाषा)
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