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Last Updated : बुधवार, 6 मार्च 2019 (17:28 IST)

स्वच्छता सर्वेक्षण में मप्र को तीन पुरस्कार, इंदौर फिर नंबर वन

स्वच्छता सर्वेक्षण में मप्र को तीन पुरस्कार, इंदौर फिर नंबर वन - Indore again number1 in swachh survekshan
भोपाल। वर्ष 2019 के स्वच्छ सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश के इंदौर को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इंदौर को लगातार तीसरे वर्ष देश के सबसे स्वच्छ शहर का गौरव मिला है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को देश की स्वच्छ राजधानी की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार और साथ ही उज्जैन को 3 से 10 लाख वाली आबादी के शहर की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।
 
आधिकारिक जानकारी में बुधवार को यहां बताया गया कि यह पुरस्कार नई दिल्ली में विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा प्रदान किए गए।

मध्यप्रदेश सरकार की तरफ से प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्द्धनसिंह सहित तीनों शहरों के महापौर- मालिनी गौड़, आलोक शर्मा और मीना विजय जोनवाल सहित तीनों जिलों के आयुक्त नगर निगम और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने ग्रहण किया।
 
इस अवसर पर केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप एस. पुरी, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास संजय दुबे, कमिश्नर गुलशन बामरा, मिशन संचालक स्वच्छ भारत मिशन मनीषसिंह सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में इंदौर की सराहना की और प्रदेश के अधिकारियों और लोगों को बधाई दी।
 
शहरी विकास एवं आवास मंत्री जयवर्द्धनसिंह ने कहा है कि प्रदेश में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है।

उन्होंने सभी शहरों के नागरिकों और स्वच्छता अभियान में लगे हुए अधिकारियों-कर्मचारियों एवं सभी भागीदारों को बधाई दी है। सिंह ने विश्वास व्यक्त किया है कि अगले वर्ष प्रदेश के और कई शहर पुरस्कारों की श्रेणी में शामिल होंगे।
 
विभिन्न श्रेणियों में देश में प्रथम 100 शहरों में इंदौर, उज्जैन, देवास, खरगोन, नागदा, भोपाल, सिंगरोली, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नीमच, सागर, पीथमपुर, ग्वालियर, रतलाम, रीवा, दमोह, शिवपुरी, होशंगाबाद, खंडवा और कटनी शामिल हैं।
 
मध्यप्रदेश को इस वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण के क्षेत्र में कुल 19 पुरस्कारों से नवाजा गया। नवाचार प्रयासों की श्रेणी के लिए इंदौर और उज्जैन और कचरा मुक्त शहर के लिए भी इंदौर को पुरस्कृत किया गया।
 
इसके साथ ही शाहगंज नगर परिषद को पश्चिमी क्षेत्र में सबसे साफ नगर परिषद का सम्मान मिला है। मझौले शहरों की श्रेणी में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में नगर निगम देवास और नगर पालिका नागदा को सम्मानित किया गया है।
 
कचरा मुक्त शहर की श्रेणी में नागदा, धार, खरगोन, कैमोर, शाहगंज नगर परिषदों को सम्मानित किया गया। इनके अलावा उज्जैन, देवास, सिंगरौली नगर निगम को भी स्वच्छता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 
 
केन्द्रीय आवास मंत्री हरदीप पुरी ने इंदौर को बधाई देते हुए कहा, 'बेहद शानदार! लगातार तीसरे साल इंदौर भारत का सर्वाधिक स्वच्छ शहर बना। स्वच्छ भारत को जन आंदोलन बनाने के लिए इंदौर के स्वच्छाग्राहियों को उनकी बेजोड़ लगन और भागीदारी के लिए बधाई।'