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Written By भाषा
Last Updated :लंदन , शनिवार, 26 जुलाई 2014 (23:32 IST)

भारत फिर से पांच गेंदबाजों के साथ उतर सकता है

भारत फिर से पांच गेंदबाजों के साथ उतर सकता है -
लंदन। टीम चयन को लेकर बने सरदर्द को दरकिनार करके भारतीय टीम ने मंगलवार को यहां लॉर्ड्‍स पर अभ्यास सत्र में भाग लिया और यदि इसे संकेत माना जाए तो फिर वह इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार से होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में भी पांच गेंदबाजों के साथ उतर सकता है।

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श्रृंखला में लगातार पांच टेस्ट मैच खेले जाने हैं और पहले दो टेस्ट मैचों में ज्यादा अंतर देखने को मिलने की संभावना नहीं है। नॉटिंघम में पहला मैच ड्रॉ छूटा था। ट्रेंटब्रिज में पिच चर्चा का विषय रही थी और यदि लॉर्डस की पिच में नाटकीय परिवर्तन नहीं हुआ तो दोनों टीमें पांच गेंदबाजों के साथ ही उतरेंगीं।

भारत ने पहले टेस्ट मैच में स्टुअर्ट बिन्नी को पहला टेस्ट खेलने का मौका दिया था लेकिन पिच के कारण वे अपनी मध्यम गति की स्विंग गेंदबाजी का सही प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। उन्होंने दूसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी की और अर्धशतक जड़कर भारत को संकट से बाहर निकाला। उन्हें फिर से टीम में जगह मिल सकती है क्योंकि भारत फिर से उसी एकादश के साथ उतर सकता है।

आज के अभ्यास को देखकर संकेत मिलते हैं कि भारत ने चयन को लेकर सरदर्द छोड़ दिया है। सभी शीर्ष बल्लेबाजों ने नेट पर पर्याप्त समय बिताया। शिखर धवन और मुरली विजय के बाद चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने बल्लेबाजी की। कोहली ने क्षेत्ररक्षण कोच ट्रेवर पैनी के साथ भी काम किया। पैनी ने एक खास लाइन व लेंथ पर उन्हें थ्रो डाउन से अभ्‍यास कराया।

भारतीय टीम इस तरह के अभ्‍यास सत्र से किसी तरह के संकेत नहीं देती लेकिन मैच से दो दिन पहले यह कहा जा सकता है कि वह पांच गेंदबाजों के साथ उतरने की रणनीति पर कायम रहेगी। इसके साथ ही लग रहा है कि बिन्नी और जड़ेजा को अश्विन पर तरजीह दी जाएगी।

लॉर्ड्‍स की पिच हरी दिख रही है लेकिन टॉस के समय तक उसकी हरियाली हट सकती है। मैच बढ़ने के साथ यह विकेट सपाट हो जाता है और इसलिए यदि भारत अपने अंतिम एकादश में बदलाव नहीं करता तो फिर किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए। ऐसे में चोटी के पांच बल्लेबाजों पर अधिक दबाव रहेगा और धोनी नंबर छह पर आएंगे।
इंग्लैंड के साथ भी यही स्थिति है लेकिन उसके निचले क्रम के बल्लेबाज अच्छी बल्लेबाजी कर सकते हैं। ट्रेंटब्रिज में खेलने वाली उसकी टीम के चोटी के नौ बल्लेबाजों के नाम पर टेस्ट शतक दर्ज है।

इंग्लैंड के बल्लेबाज गैरी बैलेन्स ने कहा, पिच काफी धीमी है और ऐसे में अतिरिक्त गेंदबाज के साथ खेलना जरूरी है। हमने ट्रेंटब्रिज में देखा कि हमारे और भारतीय तेज गेंदबाजों ने काफी गेंदबाजी की। एक अतिरिक्त गेंदबाज नहीं होने के कारण हमें वहां संघर्ष करना पड़ा। इससे बल्लेबाजों पर दबाव बनता है लेकिन रन बनाना हमारा काम है और दबाव हमेशा रहता है। (भाषा)