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Written By वार्ता
Last Modified: मकाऊ , बुधवार, 15 फ़रवरी 2012 (22:45 IST)

भारत थामस कप के नाकआउट में

भारत थामस कप के नाकआउट में -
शुरुआती दो लगातार मुकाबलों में मिली जीत की बदौलत भारत ने थामस कप एशिया क्वालीफाइंग बैडमिंटन टूर्नामेंट में ग्रुप-बी से नाकआउट दौर में जगह बना ली है लेकिन उबेर कप के क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भारतीय महिला टीम खाता भी नहीं खोल पाई और उसे पांचवें से आठवें स्थान के लिए जूझना पड़ेगा।

थामस कप में भारतीय टीम बुधवार को अपने अंतिम राउंड रोबिन मुकाबले में इंडोनेशिया के हाथों 2-3 से हार गयी लेकिन सोमवार को सिंगापुर और मंगलवार को मकाऊ पर मिली शानदार जीतों की बदौलत वह ग्रुप-बी में दूसरा स्थान लेकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही।

भारत का थामस कप के क्वार्टर फाइनल में मलेशिया से गुरुवार को मुकाबला होगा। मलेशियाई टीम ग्रुप-डी में अपने दोनों ही मुकाबले जीतकर शीर्ष पर रही थी। नाकआउट दौर में पहुंचने वाली अन्य टीमें हैं चीन, थाईलैंड, इंडोनेशिया, कोरिया, चीनी ताइपे और जापान।

उबेर कप में भारत ने अपना पहला मुकाबला मलेशिया के हाथों 2-3 से गंवाया था और बुधवार को अपने दूसरे मुकाबले में भी वह चीन के हाथों 0-5 से बुरी तरह पराजित हो गई। भारतीय टीम टूर्नामेंट में केवल दो एकल मुकाबले जीत पाई।

दोनों ही प्रतियोगिताओं में भारत के लिए दिन अच्छा नहीं रहा। उबेर कप में चीन, थाईलैंड, इंडोनेशिया, हांगकांग, चीनी ताइपे, सिंगापुर और जापान की टीमों ने क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया जबकि भारत, वियतनाम, श्रीलंका, कजाकिस्तान और मेजबान मकाऊ को पांचवें से आठवें स्थान के लिए भिड़ना होगा।

थामस कप में इंडोनेशिया ने भारत को एक युगल और दो एकल मुकाबलों में हराया। भारत के साई प्रणीत एकल में और रुपेश कुमार तथा सनावे थामस युगल में जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। भारत का खाता एकल में परुपल्ली कश्यप की हार के साथ खुला।

सिमोन संटोसो ने कश्यप को 21-7, 21-15 से मात्र 33 मिनट में हराकर अपनी टीम को बढ़त दिलाई लेकिन रुपेश और थामस ने 32 मिनट के अंदर युलियांतो चंद्रा तथा अप्रिदा गुनावान को 21-18, 21-16 से निपटाकर हिसाब बराबर कर दिया।

तौफीक हिदायत ने आनंद पवार को 42 मिनट चले दूसरे एकल में 21-16, 21-13 से हराकर फिर से बढ़त बना ली और मार्किस किडो तथा हेंद्रा सेतियावान ने अक्षय दिवालकर तथा प्रणव चोपड़ा को 21-18, 21-16 से मात्र 24 मिनट में हराकर स्कोर 3-1 कर दिया।

भारत यहीं मुकाबला गंवा चुका था लेकिन साईप्रणीत ने अंतिम एकल में हायोम रुमबाका को तीन सेटों में 59 मिनट के संघर्ष के बाद 21-13, 15-21, 9-21 से हराकर भारत की हार का अंतर कम कर दिया।

उबेर कप में तो भारतीय टीम चीन के सामने कोई चुनौती ही पेश नहीं कर पाई। पांचों ही मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा। भारत की ओर से केवल साइना नेहवाल पहले एकल में नजदीकी संघर्ष कर सकी। बाकी मैच तो एकतरफा अंदाज में छिन गए।

सायना ने 44 मिनट तक संघर्ष किया लेकिन यानजियाओ जिलांग ने उन्हें 21-19, 21-19 से लगातार सेटों में हराकर भारत की दु:ख भरी कहानी की शुरुआत कर दी। सायना दोनों ही सीटों में आखिरी क्षणों में फिसल गई।

एकल में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा को युनलेई झाओ तथा किंग तियान के हाथों 36 मिनट में 21-19, 21-10 से हार का सामना करना पड़ा जबकि पीवी सिंधु को जेरुई ली ने मात्र 27 मिनट में 21-16, 21-13 से निपटा दिया।

दूसरे एकल में प्राजक्ता सावंत और प्रदान्या गदारे को शु चेंग और पान ने 21-18, 21-19 से 38 मिनट में पीट दिया जबकि मात्र 24 मिनट में निपटे आखिरी एकल में सयाली गोखले को जिन लियु ने 21-9, 21-2 से रौंद दिया। (वार्ता)