माइकल हसी को भले ही दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माना जाता हो लेकिन इस ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर का मानना है कि क्रीज पर टिके रहना 'वास्तविक जंग' होती है।
अपने खोए फॉर्म की तलाश मे लगे हस्सी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए खेलते हुए कई बार वह आत्मविश्वास से गेंद पर प्रहार नहीं कर पाते हैं।
उन्होंने कहा कि सच्ची बात यह है कि वह पिछले दो तीन सालों मेरी बल्लेबाजी एक युद्व के समान हो गई है। हस्सी ने कहा कि पिछले कुछ समय से ऐसा हो रहा है कि मै जाता हूँ और वापस आ जाता हूँ। मेरे अंदर जैसे शक्तिशाली शॉट जमाने के लिए आत्मविश्वास समाप्त हो चुका है।
हसी ने कहा कि वह बल्लेबाजी करते समय अपनी गलतियों से पूरी तरह से वाकिफ हैं, क्योंकि ऐसी पिच पर जहाँ अन्य बल्लेबाज आसानी से बल्लेबाजी कर पाते हैं, वहाँ पर वे बल्लेबाजी करते समय अपने का सहज नहीं रह पा रहे हैं।