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Last Updated : रविवार, 6 जनवरी 2019 (17:10 IST)

पीटर हैंड्सकोंब ने कहा, हम सिडनी टेस्ट में ड्रॉ के लिए खेलेंगे

पीटर हैंड्सकोंब ने कहा, हम सिडनी टेस्ट में ड्रॉ के लिए खेलेंगे - Peter Handscomb
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया को फॉलोऑन देने के बाद टेस्ट श्रृंखला में भारत की जीत लगभग पक्की हो गई है लेकिन पीटर हैंड्सकोंब ने रविवार को कहा कि सोमवार को चौथे टेस्ट मैच के आखिरी दिन उनकी टीम आत्मसम्मान के लिए ड्रॉ कराने की कोशिश करेगी। ऑस्ट्रेलिया को घरेलू मैच में 31 साल बाद पहली बार फॉलोऑन का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय टीम श्रृंखला में 2-1 से आगे है।
 
 
हैंड्सकोंब ने बारिश से प्रभावित चौथे दिन के खेल के बाद कहा कि उनके पास मैच ड्रॉ करने का अच्छा मौका है जिससे हम भारत की बढ़त को 2-1 पर रोक सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने चौथे दिन खराब रोशनी के कारण खेल रोके जाने के समय दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 6 रन बना लिए। बारिश और खराब रोशनी के कारण चौथे दिन सिर्फ 25.2 ओवरों का खेल हो सका।
 
हैंड्सकोंब ने कहा कि हम सोमवार को मैच ड्रॉ करने के लिए खेलेंगे और इसके बाद आकलन करने की कोशिश करेंगे कि हमें कहा सुधार करना है और टीम को किस तरह एकजुट होना है? बल्लेबाजी इकाई के तौर पर हमें पता है कि अगर सोमवार का दिन निकाल लेते हैं तो हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा। हम अपने देश और दुनिया को दिखा सकते हैं कि हम एक अच्छी टीम बनने से ज्यादा दूर नहीं हैं।
 
'चाइनामैन' स्पिनर कुलदीप यादव (99 रन देकर 5 विकेट) ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहले ही टेस्ट में 5 विकेट चटकाए जिससे मेजबान टीम पहली पारी में 300 रनों पर सिमट गई। कुलदीप ने टेस्ट में दूसरी बार 5 या उससे अधिक विकेट चटकाए है। हैंड्सकोंब ने भी उनकी तारीफ करते हुए कहा कि भारतीय गेंदबाजी आक्रमण में कुलदीप और जसप्रीत बुमराह का सामना करना सबसे मुश्किल है।
 
उन्होंने कहा कि जाहिर है, दोनों अपने क्षेत्र में विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं। बुमराह 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंद फेंक सकते हैं और सटीक लाइन एवं लेंथ से उनका सामना करना काफी मुश्किल हो जाता है। वे गेंद को दोनों ओर स्विंग करा सकते हैं, जो ऐेसे एक्शन के साथ उन्हें प्रभावशाली बनाता है।
 
हैंड्सकोंब ने कहा कि कुलदीप भी काफी प्रभावशाली हैं। वे सटीक हैं और उन पर हावी होना मुश्किल है। वे जिस रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं, उससे आगे बढ़कर खेलना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने पैर के निशान का सही तरीके से इस्तेमाल किया।
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