शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. समाचार
  4. Indian and aussie captains differ on sledging
Written By
Last Updated : बुधवार, 16 दिसंबर 2020 (23:08 IST)

स्लेजिंग पर एकदम अलग है भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान की राय

स्लेजिंग पर एकदम अलग है भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान की राय - Indian and aussie captains differ on sledging
एडीलेड:कोरोना महामारी 2020 ने लोगों को अलग अलग चीजें सिखाई हैं, भारतीय कप्तान विराट कोहली को इसने महसूस कराया कि छींटाकशी कितनी व्यर्थ चीज है और उन्होंने वादा किया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला के दौरान ‘गैर जरूरी चीजों को बाहर कर दिया जायेगा’।वहीं उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष टिम पेन का कहना है कि अगर मैच के दौरान इसकी जरूरत पड़ती है तो वह इससे पीछे नहीं हटेंगे।
 
कोहली ने यहां दिन-रात्रि शुरूआती टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘मुझे लगता है कि महामारी के कारण इस साल लोगों ने बहुत सारी चीजें महसूस की हैं जिनकी पहले शायद जरूरत नहीं पड़ी होगी जिसमें आपके मन में शिकायत रहती है या फिर टीमों या व्यक्तियों के बीच गैर जरूरी तनाव होता हो जो पूरी तरह से व्यर्थ है। ’’पेन हालांकि सहमत थे कि आक्रामक होने की जरूरत नहीं है लेकिन वह और उनके खिलाड़ी जरूरत पड़ने पर पीछे नहीं हटेंगे।
 
उन्होंने कहा, ‘‘हां, देखिये, जहां तक मैदान के अंदर की बात है तो हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा। ’’
पेन ने कहा, ‘‘आप निश्चित रूप से योजना बनाकर नहीं जा सकते या फिर अतिरिक्त आक्रामक या ऐसा कुछ नहीं कर सकते। हम मैदान पर जाकर अपनी योजना के अनुसार चलने की कोशिश करते हैं। ’’
 
लेकिन पेन ने स्वीकार किया कि कभी कभार मैदान पर चीजें आक्रामक हो जाती हैं। और अगर ऐसा होता है तो उन्होंने कहा, ‘‘इसमें कोई शक नहीं कि यह टीम पीछे कदम नहीं करेगी। ’’भारतीय कप्तान को हालांकि लगता है कि अगर कोई आक्रामक होता है तो किसी को व्यक्तिगत होने की जरूरत नहीं है।
 
उन्होंने कहा, ‘‘आप फिर भी पेशेवर हो और सुनिश्चित कीजिये कि आप सकारात्मक रहो और अपने शारीरिक हावभाव व मैदान में आप कैसे चीज करते हो, उसमें आक्रामक रहो। ’’
 
कोहली ने कहा, ‘‘लेकिन मुझे नहीं लगता कि चीजें उस तरह से व्यक्तिगत होंगी जैसे पहले हुआ करती थीं क्योंकि हम सभी समझते हैं कि हम बड़े उद्देश्य में योगदान दे रहे हैं। और अंत में गैर जरूरी चीजों को मैं खुद ही बाहर कर दूंगा। ’’ (भाषा)