बर्लिन। जर्मनी में कुछ स्टूडेंट्स ने मिलकर एक ऐसा स्कूल शुरू किया है, जिसमें शिक्षकों की नियुक्ति भी खुद स्टूडेंट्स ही करेंगे।
ये सभी छात्र अपने पुराने शिक्षकों से खुश नहीं थे और अब उम्मीद कर रहे हैं कि वे अपने स्कूल में ही पढ़ाई करेंगे और बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
स्कूल की लागत के लिए स्टूडेंट्स ने खुद की राशि मिलाई है, साथ ही लोन भी लेने का प्रयास कर रहे हैं। इस पर करीब 15 लाख रुपए खर्च होने की संभावना जताई जा रही है। 18 साल के सभी स्टूडेंट्स ने एक संस्था बनाकर स्कूल की योजना पर अमल शुरू किया।