बुधवार, 24 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. नन्ही दुनिया
  3. कविता
  4. Poems for Kids

फनी बाल गीत : गधे सरताज

फनी बाल गीत : गधे सरताज - Poems for Kids
Poems for Kids
डांट रहे थे बच्चाजी को,
मिस्टर टीचरराम।
 
पढ़ने में तुम बहुत गधे हो,
नालायक, नाकाम।
 
बच्चा बोला आज गधों का,
ही दुनिया में राज।
 
आज गधे ही बने हुए हैं,
दुनिया के सरताज।
 
मेरे पापा बी.ए. पास थे,
थे एम.ए. एम.एड।
 
साठ साल में सेवा निवृत,
होकर, हो गए डेड।
 
लेकिन मेरे चाचाजी तो,
रहे आठवीं फेल।
 
तीन बार पकड़े चोरी में,
गए शान से जेल।
 
आज निगम मंडल के हैं वे,
चुने गए अध्यक्ष।
 
बहुत बड़ा पद, पद होता है,
मंत्री के समकक्ष।
 
आज सुबह मैं सुनकर आया,
उनकी जय-जय कार।
 
लगता है कि गधे लोग ही,
चला रहे सरकार।
 
(वेबदुनिया पर दिए किसी भी कंटेट के प्रकाशन के लिए लेखक/वेबदुनिया की अनुमति/स्वीकृति आवश्यक है, इसके बिना रचनाओं/लेखों का उपयोग वर्जित है...)