मंगलवार, 16 अप्रैल 2024
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Written By WD

ज्ञानेन्द्र भारत यात्रा के इच्छुक

ज्ञानेन्द्र भारत यात्रा के इच्छुक -
-वेबदुनिया डेस्क
नेपाल के सत्ताच्युत नरेश और अब सामान्य नागरिक ज्ञानेन्द्र भारत की यात्रा पर आना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें यहाँ एक विवाह समारोह में भाग लेना है परंतु नेपाल में उनकी इस इच्छा से विवाद पैदा हो गया है।

नेपाल की काठमांडू घाटी के बाहरी इलाके में एकांतवास कर रहे ज्ञानेन्द्र ने दिसंबर में भारतीय राजदूत राकेश सूद से भेंट कर जानना चाहा था कि क्या उनका भारत दौरा संभव है। हालाँकि इस बात को लेकर सत्तारूढ़ माओवादियों ने नाराजगी जाहिर की थी और इसे नेपाल के आंतरिक मामलों में भारत का हस्तक्षेप बताया था।

इस मामले में प्रोटोकॉल आड़े आ सकता है, क्योंकि वे पूर्व नरेश रह चुके हैं परंतु शाही परिवार के मामलों की जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि ज्ञानेन्द्र इस बात को लेकर आशंकित हैं कि भारत में आने के बाद संभवत: उन्हें नेपाल न लौटने दिया जाए। वे चाहते हैं कि नेपाल में उनकी वापसी सुनिश्चित कर दी जाए तो वे निश्चिंत होकर विवाह समारोह में भाग ले सकें।

नेपाल के जनआस्था साप्ताहिक में छपी जानकारी के मुताबिक बुधवार को इस विवाह के बारे में जानकारी छापी गई थी। उल्लेखनीय है कि पूर्व नरेश के एक मौसेरे भाई, जो कि उनकी दादी भारती राज्य लक्ष्मी देवी के पोते हैं, विवाह करने वाले हैं। भारती राज्य लक्ष्मी देवी का विवाह मयूरभंज के पूर्व राजा प्रदीप चंद्र भंजदेव से हुआ था।

यह विवाह समारोह तीन दिन का है जो 28 फरवरी से 1 मार्च तक चलेगा। इस विवाह में भारत और नेपाल के पूर्व शाही परिवारों के अलावा बड़े-बड़े भारतीय नेताओं के भी भाग लेने की संभावना है। ज्ञानेन्द्र के हटाए जाने से पहले नेपाल में इस तरह की अफवाहें फैलाई गईं कि ज्ञानेन्द्र भारत में बस सकते हैं। हालाँकि तब भी महल की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया था कि ज्ञानेन्द्र का भारत में बसने का कोई इरादा नहीं है।

इतना ही नहीं, काठमांडू के नारायणहिति महल को छोड़ने से पहले मीडिया से बात करते हुए ज्ञानेन्द्र ने कहा था कि वे नेपाल में ही रहने के लिए कृत संकल्पित हैं।