इस पवित्र भूमि के दो गांवों में रहने वाले ईसाई समुदाय को वह भाषा पढ़ाई जा रही है, जो कभी सदियों पहले ईसा मसीह बोलते थे।
आरमाइक पहली सदी में पश्चिम एशिया में प्रचलित भाषा थी, जो बाद में विलुप्त हो गई। अब इस भाषा को पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
करीब 2,000 साल पहले प्रचलित इस भाषा को पुनर्जीवित करने के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी की मदद ली जा रही है। इसके तहत स्वीडन का एक आरमाइक भाषी टेलीविजन चैनल सक्रिय है, जहां आव्रजन समुदाय यह प्राचीन भाषा बोलता है। (भाषा)