मुशर्रफ के नापाक बोल, कश्मीरियों को उकसाओ...
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने घोर भारत विरोधी बयान देते हुए कहा है कि पाकिस्तान को कश्मीर में ‘संघर्ष कर रहे’ लोगों को ‘उकसाने’ की जरूरत है।
राजद्रोह के मामले में जमानत पर चल रहे 71 वर्षीय सेवानिवृत्त जनरल ने एक टीवी चैनल से कहा कि (पाकिस्तानी) सेना के अलावा हमारे पास (कश्मीर में) स्रोत है... कश्मीर में लोग भारत के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। हमें बस उन्हें उकसाने की जरूरत है।
वर्ष 1999 में कारगिल लड़ाई के शीघ्र बाद सत्ता हथियाने वाले मुशर्रफ ने कहा कि सेना (भारत के साथ) लड़ाई के लिए तैयार है और पाकिस्तान में लाखों लोग कश्मीर के लिए सामने आकर लड़ना चाहते हैं। भारत को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि पाकिस्तान पलटवार नहीं करेगा।
उन्होंने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाल की गोलीबारी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कश्मीर में, हम सामने और पीछे से (भारतीय) सेना के साथ लड़ाई कर सकते हैं... हम मुसलमान हैं। हमें जब थप्पड़ मारा जाएगा तब हम अपना दूसरा गाल नहीं आगे बढ़ा देंगे। हम ‘जैसे को तैसा’ के रूप में जवाब देंगे।
मुशर्रफ ने कहा कि देश जब आंतरिक रूप से कमजोर होता है तभी बाहरी आक्रमण होता है। उन्होंने कहा कि यदि हम आतंरिक रूप से मजबूत हों तो ही कोई हमें निशाना बनाने का दुस्साहस नहीं कर सकता है।
उन्होंने कहा कि (नरेन्द्र) मोदी मुसलमान विरोधी और पाकिस्तान विरोधी हैं। वे बदले नहीं हैं। समस्या हमारे साथ है... हम उनके (मोदी के) शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए भागे जा रहे हैं, हमें अपनी मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। मुशर्रफ ने पाकिस्तान को भारत द्वारा प्रदत्त व्यापार में सर्वाधिक तरजीही वाले देश को भी ‘एक मजाक’ बताया।
वर्ष 2008 में इस्तीफा देने के लिए बाध्य हुए मुशर्रफ 4 साल से अधिक समय के स्वनिर्वासन के बाद जब 2013 में लौटे थे तब उन्हें कई मामलों का सामना करना पड़ा।
फिलहाल वे 4 आपराधिक मामलों में जमानत पर हैं जबकि विशेष न्यायाधिकरण में राजद्रोह का मामला चल रहा है। (भाषा)