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Last Updated :न्यूयॉर्क , मंगलवार, 30 सितम्बर 2014 (00:29 IST)

CFR के कार्यक्रम में नरेन्द्र मोदी का भाषण

CFR के कार्यक्रम में नरेन्द्र मोदी का भाषण - Narendra Modi
न्यूयॉर्क। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने अमेरिकी प्रवास के दौरान चौथे दिन आज काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन्स (सीएफआर) के कार्यक्रम में संबोधित किया। मोदी के संबोधन के हाईलाइट्स...


* मेरा मानना है कि महिला सशक्तिकरण बहुत जरूरी है। इसके लिए बच्‍चों की शिक्षा बहुत जरूरी है 
* मेरी कैबिनेट में 25 फीसदी महिलाएं हैं
* भारत ही नहीं एशिया में कई महिला प्रधानमंत्री बनी हैं 
* यहां पर मेरी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बैठी हैं
* मेरी विदेश सचिव सुजाता सिंह भी यहीं हैं
* मैं जब गुजरात से बाहर निकला तब मैंने अपनी पूरी कमाई लड़कियों की शिक्षा के लिए दान कर दी
* भारत में महिला को चुनाव में आरक्षण हैं

* भारत और चीन के संबंध अच्छे रहे हैं
* हमारा सीमा विवाद जरूर है लेकिन हम मिलकर इसका समाधान खोजेंगे
* अमेरिका और भारत दोनों ने अफगानिस्तान में कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है
* अमेरिका को अफगानिस्तान से वापसी की जल्दबाजी नहीं करना चाहिए 
* अमेरिका इराक में जल्दबाजी की वापसी का परिणाम भुगत चुका है

* पति-पत्नी में भी 100 फीसदी कंफर्ट नहीं होता
* भारत और अमेरिका में दो ऐसी चीजे हैं जो दोनों को जोड़ती है, वह है लोकतंत्र
* पूरा विश्व एक नए दर्शन की जगह ले चुका है। पुराने समूहों से हमें बाहर निकलना होगा 
* तकनीक बदली है और हमारी युवा पीढ़ी ने इसे स्वीकार कर लिया है

* हमारे लिए‍ बिजली, जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है
* मेरी सरकार ने कहा है कि अगले पांच वर्षों में हम 24 घंटे बिजली सप्लाई करेंगे
* मुझे नहीं लगता कि आने वाले समय में भारत में बिजली संकट होगा
* मैंने पर्यावरण पर किताब लिखी है। इसमें मैंने डेवलपमेंट और इनवायरमेंट को साबित किया है
* डेवलपमेंट और इनवायरमेंट एक-दूसरे के विरोधी नहीं हैं
* भारत बुद्ध और महात्मा गांधी को मानता है
* भारत में आतंकवाद बाहर से आ रहा है
* भारत के मुसलमानों की देशभक्ति पर कोई शक नहीं है
* भारत का मुसलमान अलकायदा जैसी ताकत को फेल कर देगा
* पश्चिम एशिया की हालत आज सबके सामने है
* आतंकवाद के खिलाफ सबको मिलकर लड़ना होगा
* कंधे से कंधा मिलाकर हमें एक मंच पर आना होगा
* हम चाहते हैं कि सब सुखी हों और स्वस्थ हों, हम यह बात विश्व कल्याण के लिए करते हैं
* मैं पर्यटकों को न्योता देता हूं कि वे भारत आएं, बहुत सुंदर देश है

* भारत 40 सालों से आतंकवाद के दौर से गुजर रहा है
* मानवता में विश्वास रखने वालों को एकजुट होकर लड़ना होगा
* तभी हम आतंकवाद से लड़कर उसे खत्म कर सकते हैं
* भारत के पास तीन चीजें हैं, जो दुनिया के किसी देश के पास नहीं हैं 
* भारत के पास ये तीन चीजें हैं डेमोक्रैसी, डेमोग्राफिक डिवीजन और डिमांड 

* हमने ढाई हजार किलोमीटर लंबी गंगा नदी के प्रोजेक्ट को लिया है
* गंगा नदी देश की 35 फीसदी जनसंख्या का जीविकोपार्जन करती है
* मैं गंगा की सफाई के लिए जनआंदोलन खड़ा करना चाहता हूं
* अब विश्व बदल चुका है, हमें वैश्विक प्रवाहों के साथ चलना है
* भारत का दर्शन वसुधैव कुटुंबकम का है
* मेरे शपथ विधि समारोह में सभी सार्क देशों के प्रमुख आए 
* हम सब चाहते हैं कि हमारे संबंध पड़ोसी देशों से मैत्रीपूर्ण रहें
 
* मैं दुनिया के उद्योगपतियों को भारत में व्यवसाय का न्योता देता हूं
* हम मेक इन इंडिया अभियान से जुड़ने के लिए दुनिया से अपील कर रहे हैं
* हम वो स्किल डेवलप करना चाहते हैं, जो जॉब क्रिएटर हों
* हमें विश्वास है कि हमने जिन कदमों को उठाया है, उसके अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे
* हॉलीवुड की फिल्म भी महंगी होती है, उससे कम व्यय में हम मंगल पर पहुंचे, वो भी पहले प्रयास में 
 
* चुनाव में हम गुड गवर्नर्स और विकास के मुद्दे को लेकर उतरे और जीते
* पहले छोटे वर्गों को खुश करने के लिए राजनीति होती थी, लेकिन इस बार माहौल बदल गया है
* हम ई-गवनर्स पर सबसे ज्यादा ध्यान दे रहे हैं
* सरकार में पारदर्शिता कैसे आए, ये हमारी कोशिश है
 
* हम ग्लोबल विकास में विश्वास की बात करते हैं, हमारा लक्ष्य विकास की दर को बढ़ाना है
* CFने अपने आप को बचाए रखा है। मैं दिल से उसका अभिनंदन करता हूं।
* भारत में जब वाजपेयी जी की सरकार थी, तब डॉ. हर्ष ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी
* 30 साल के बाद भारत में पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनकर आई है
 
* पहली बार ऐसे व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनने का मौका मिला, जो आजाद भारत में पैदा हुआ है
* मुझे गुलामी को देखने का अवसर नहीं मिला। मेरी सांसों में लोकतंत्र समाया हुआ है
* पहली बार बहुमत मिला है, करीब दो जनरेशन में उफान आया है


* भारत के पांच प्रधानमंत्री इस सभागृह में बोल चुके हैं। मेरा छठा नंबर है।
* पिछले तीन दिनों से जो प्यार मिला है, उसका दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।