मंगलवार, 16 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. Modi in South Korea
Written By
Last Updated :सियोल , मंगलवार, 19 मई 2015 (11:03 IST)

दक्षिण कोरिया में पीएम मोदी...

दक्षिण कोरिया में पीएम मोदी... - Modi in South Korea
सियोल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का तीन देशों के विदेश दौरे का आज आखिरी दिन है। आज मोदी से दक्षिण कोरियाई कंपनियों के सीईओ ने मुलाकात की। मोदी के दक्षिण कोरियाई दौरे से जुड़ी हर जानकारी...

* प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विख्यात चियोंगाईचियोन जलधारा और उसके आसपास के नयनाभिराम दृश्यों का नजारा किया।
* यह दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल के उपनगरीय क्षेत्र में स्थित एक महत्वपूर्ण शहरी नवीकरणीय परियोजना है।
* इस क्षेत्र में प्रधानमंत्री के कुछ चित्रों के साथ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्विट किया, 'दृष्टि और इच्छाशक्ति से क्या कुछ संभव नहीं हो सकता है। प्रधानमंत्री ने सोल में शहरी नवीकरणीय परियोजना चियोंगाईचियोन जलधारा देखी।' प्रवक्ता ने झरने के चित्र भी पोस्ट किए।
* इस परियोजना की प्रारंभ में काफी आलोचना हुई थी लेकिन 2005 में इसके खुलने के बाद यह शहर के नागरिकों और पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है।
कोरियाई कंपनियों के सीईओ से मोदी बोले...
* भारत के सॉफ्टवेयर, दक्षिण कोरिया के हार्डवेयर बेहतरीन।
* स्मार्ट सिटी कॉरिडोर के लिए एफडीआई चाहिए। 
* हम दुनिया के सबसे बड़े स्टील उत्पादक।
* रेलवे में 100 फीसदी एफडीआई।
* भारत को ग्लोबल मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाएंगे।
* पॉवर क्षेत्र में भी भारत में अपार संभावनाएं।
* इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भारत अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र।
* भारत में कारोबारी माहौल बदल चुका है।
* अपने भाषण में मोदी ने किया डिजिटल इंडिया का जिक्र।
* बॉलीवुड कोरिया में बेहद लोकप्रिय।
* हुंडई की कंपनी भारत में लोकप्रिय।
* घर-घर में एलजी, सैमसंग जैसी कोरियाई कंपनियों के प्रोडक्ट इस्तेमाल होते हैं।
* कोरिया की 100 कंपनियां भारत में। 

सोल में आयोजित छठे एशिया नेतृत्व सम्मेलन में मोदी ने कहा...
* विश्व को आकार देने के लिए और संयुक्त राष्ट्र समेत शासन की वैश्विक संस्थाओं में सुधार के लिए एशियाई होने के तौर पर काम करना चाहिए।
* यदि एशिया को एक बनकर उभरना है तो उसे अपने आप को क्षेत्रीय धड़े के रूप में नहीं सोचना चाहिए।
* एशिया महाद्वीप के पिछड़ने का जिक्र करते हुए उन्होंने एशियाई एशियाई देशों से अपनी साझी विरासत और युवा उर्जा का इस्तेमाल एक साझा उद्देश्य को हासिल करने के लिए कहा।
* मोदी ने कहा कि एकजुट एशिया विश्व को आकार देगा। 
* भारत साझा समृद्धि वाला एक ऐसा एशिया चाहता है, जहां एक राष्ट्र की सफलता दूसरे की ताकत बने।