गुरुवार, 28 मार्च 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. God Particle, Professor Stephen Hawking
Written By
Last Updated : मंगलवार, 9 सितम्बर 2014 (17:36 IST)

पूरी दुनिया को तबाह कर सकता है गॉड पार्टिकल

पूरी दुनिया को तबाह कर सकता है गॉड पार्टिकल - God Particle, Professor Stephen Hawking
न्यूयॉर्क।  भौतिकी और ब्रह्मांड विज्ञान के मशहूर प्रोफेसर स्टीफन हॉकिंग ने दुनिया को चेतावनी दी है कि गॉड पार्टिकल में पूरी दुनिया को तबाह करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि जिस 'गॉड पार्टिकल्स' ने सृष्टि को स्वरूप और आकार दिया है, उसमें पूरी दुनिया को खत्म करने की भी क्षमता है। संडे टाइम्स को दी प्रो. हॉकिंग की इस रिपोर्ट ने विज्ञान जगत में खलबली मचा दी है। वैज्ञानिक इस विषय को लेकर काफी रोमांचित हैं। गॉड पार्टिकल 2012 में खोजा गया।

हॉकिंग ने कहा है कि अगर वैज्ञानिक गॉड पार्टिकल्स को हाई टेंशन (उच्च तनाव) पर रखेंगे तो इनसे 'कैटास्ट्रॉफिक वैक्यूम' तैयार होगा। यानी इससे बुलबुलानुमा गैप तैयार होंगे। इससे ब्रह्मांड में गतिमान कण टूट-टूटकर उड़ने लगेंगे और आपस में टकराकर चूर-चूर हो जाएंगे। हालांकि भौतिकविदों ने इस मसले को आपदा की आशंका मानकर अभी किसी तरह का प्रयोग नहीं किया है, लेकिन प्रोफेसर हॉकिंग के इस बयान से दुनिया के वैज्ञानिकों कान खड़े हो चुके हैं।

सैद्धांतिक भौतिकीविदों ने हिग्स बॉसन के बारे में उनकी नई किताब स्टारमस में कई लेक्चर्स हैं, जो इसी साल नवंबर में यह किताब आने वाली है। इसमें भी गॉड पार्टिकल्स से जुड़ी जानकारियां होंगी।

अगले पन्ने पर, ऐसे हो सकती है तबाही...

वेबदुनिया हिंदी का एंड्रॉयड मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें। ख़बरें पढ़ने और राय देने के लिए हमारे फेसबुक पन्ने और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।

 

हॉकिंग ने कहा है कि ब्रह्मांड की हर चीज (तारे, ग्रह और हम भी) मैटर यानी पदार्थ से बनी है। मैटर अणु और परमाणुओं से बना है और मास वह फिजिकल प्रॉपर्टी है, जिससे इन कणों को ठोस रूप मिलता है। मास जब ग्रैविटी से गुजरता है, तो वह भार की शक्ल में भी मापा जा सकता है, लेकिन भार अपने आप में मास नहीं होता, क्योंकि ग्रैविटी कम-ज्यादा होने से वह बदल जाता है।

मास आता कहां से आता है, इसे बताने के लिए फिजिक्स में जब इन तमाम कणों को एक सिस्टम में रखने की कोशिश की गई तो फॉम्र्युले में गैप दिखने लगे। इस गैप को भरने और मास की वजह बताने के लिए 1965 में पीटर हिग्स ने हिग्स बोसोन या गॉड पार्टिकल का आइडिया पेश किया। हॉकिंग ने कहा कि हिग्स बोसोन अगर ऊर्जा के 100 अरब गीगा इलेक्ट्रॉन वोल्ड के स्तर पर आए तो बड़ा वैक्यूम बनेगा। बुलबुले की शक्ल का यह वैक्यूम प्रकाश की गति से फैलेगा और पूरे ब्रह्मांड को अपने अंदर खींच लेगा। (एजेंसियां)