शुक्रवार, 29 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. Flood in China, 8 inch rain in 1 hour
Written By
Last Updated : गुरुवार, 22 जुलाई 2021 (13:08 IST)

चीन में बाढ़ से हाहाकार, 1 घंटे में गिरा 8 इंच पानी, सुरंग में फंसे 13 मजदूरों की मौत

चीन में बाढ़ से हाहाकार, 1 घंटे में गिरा 8 इंच पानी, सुरंग में फंसे 13 मजदूरों की मौत - Flood in China, 8 inch rain in 1 hour
मुख्य बिंदु
  • चीन के मध्य हेनान प्रांत में 1,000 वर्षों में सबसे भारी बारिश
  • 1 घंटे में गिरा 8 इंच पानी, सड़कों पर बही गाड़ियां
  • बाढ़ग्रस्त सुरंग में फंसे 13 मजदूरों की मौत
  • बाढ़ से कुल 12.4 लाख लोग प्रभावित
  • 1,60,000 लोगों को बचाया गया
 
बीजिंग। चीन के मध्य हेनान प्रांत में 1,000 वर्षों में सबसे भारी बारिश के कारण कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई है। चीन के दक्षिण ग्वांगदोंग प्रांत में एक निर्माणाधीन स्थल की बाढ़ग्रस्त सुरंग में फंसे 13 मजदूरों की मौत हो गई है।
 
इसके चलते राष्ट्रपति शी जिनपिंग को जलमग्न सबवे, होटलों और सार्वजनिक स्थानों में फंसे लोगों को बचाने के लिए बुधवार को सेना को तैनात करना पड़ा। सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ की खबर के अनुसार, बाढ़ से कुल 12.4 लाख लोग प्रभावित हैं और 1,60,000 लोगों को बचाया गया है।
 
1 घंटे में 8 इंच बारिश : चीन प्रांत की राजधानी झेंग्झौ में मंगलवार शाम 4 से 5 बजे के बीच तक करीब 20 सेंटीमीटर (8 इंच) बारिश हुई थी। बारिश की वजह से सड़कें तेज बहने वाली नदियों जैसी नजर आईं। सब-वे स्टेशन और कारों तक में पूरी तरह से पानी भर गया, जिसकी वजह से कई गाड़ियां भी बहती नजर आई।
 
सुरंग में फंसे 13 लोगों की मौत : चीन के दक्षिण ग्वांगदोंग प्रांत में पिछले हफ्ते से एक निर्माणाधीन स्थल की बाढ़ग्रस्त सुरंग में फंसे 13 मजदूरों की मौत हो गयी है। झुहाई शहर में शिन्गे एक्सप्रेसवे की शिजिंगशान सुरंग के निर्माणाधीन हिस्से में कुल 14 मजदूर उस समय फंस गए थे जब इस स्थान पर 15 जुलाई को बाढ़ आयी थी।
 
‘शिन्हुआ’ समाचार एजेंसी ने गुरुवार को बचाव मुख्यालय के हवाले से बताया कि बचे हुए मजदूर को निकालने के लिए राहत प्रयास चल रहे हैं। घटनास्थल पर 2,400 से अधिक बचाव कर्मचारियों और 200 से अधिक बचाव वाहनों को भेजा गया है। खबर में बताया गया है कि सुरंग के तंग होने और जल-विज्ञान, भू विज्ञान और मौसम संबंधी परिस्थितियों के जटिल होने से बचाव कार्य मुश्किल हो गया है।