- लाइफ स्टाइल
» - साहित्य
» - काव्य-संसार
- रख गया गुलाब कब्र पर
रख गया गुलाब कब्र पर
दीक्षित दनकौरी मुद्दआ बयान हो गया सर लहूहुहान हो गया कैद से रिहाई क्या मिली तंग आसमान हो गया तेरे सिर्फ एक बयान से कोई बेजुबान हो गयाछिन गया तो काग़जे-हयात खत्म इम्तिहान हो गया रख गया गुलाब कब्र पर कौन कद्रदान हो गया।