माई फ्रेंड पिंटो : दोस्त की तलाश
बैनर : यूटीवी मोशन पिक्चर्स, एसएलबी फिल्म्स निर्माता : संजय लीला भंसाली, रॉनी स्क्रूवाला निर्देशक : राघव डार संगीत : अजय गोगावले, अतुल गोगावले, शमीर टंडन, कविता सेठ, हितेश सोनिक कलाकार : प्रतीक बब्बर, कल्कि कोएचलिन, मनीषा कोइराला, नसीरुद्दीन शाह, दिव्या दत्ता, मकरंद देशपांडेरिलीज डेट : 14 अक्टूबर 2011 माइकल पिंटो की उम्र होगी बीस वर्ष के आसपास। गोआ के एक छोटे-से गांव में वह रहता है। अपनी ही तरह सरल, दयालु और ईमानदार वह दुनिया वालों को भी समझता है। उसकी दुनिया अपनी मां, संगीत और अपने बचपन के दोस्त समीर की यादों के इर्दगिर्द घूमती है। समीर वर्षों पहले गोआ छोड़कर मुंबई रहने चला गया था। पिंटो ने उसे कई पत्र लिखे, लेकिन उसका जवाब उसे कभी नहीं मिला। अपनी संगीत के प्रति दीवानगी के कारण पिंटो कई बार मुसीबत में पड़ा है। अपनी दुनिया में रहने वाले पिंटो को अपनी मां की मौत का बहुत सदमा पहुंचता है। वह अपने दोस्त समीर को ढूंढने के लिए मुंबई जा पहुंचता है। क्या समीर को पिंटो ढूंढ निकालेगा या उसके पहले उस पर मुसीबत टूट पड़ेगी? क्या पिंटो की संगीत के प्रति दीवानगी से मुंबई बच पाएगी? इन सारे सवालों के जवाब मिलेंगे हास्य से भरपूर फिल्म ‘माई फ्रेंड पिंटो’ में।