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Last Modified: शुक्रवार, 28 जनवरी 2022 (23:52 IST)

कर्नाटक में कोरोना के 31198 नए मामले, 50 लोगों की मौत

कर्नाटक में कोरोना के 31198 नए मामले, 50 लोगों की मौत - Karnataka Coronavirus Update
बेंगलुरु। कर्नाटक में कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के 31,198 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 37,23,694 हो गई है, जबकि 50 लोगों ने संक्रमण से दम तोड़ा है जिससे मृतक संख्या बढ़कर 38,804 हो गई है।

स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार नए मामलों में बृहस्पतिवार की तुलना में करीब 7,000 की कमी आई है। बृहस्पतिवार को संक्रमण के 38,083 मामले आए थे। बुलेटिन में कहा गया है कि 71,092 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिली है जिससे संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या बढ़कर 33,96,093 हो गई है।

संक्रमण दर और मृत्यु दर क्रमश: 20.91 प्रतिशत और 0.16 प्रतिशत है। उपचाराधीन मामलों की संख्या 2,88,767 बनी हुई है। कुल मामलों का 50 प्रतिशत बेंगलुरु में आया है, जहां संक्रमण के 15,199 मामले आए हैं। बेंगलुरु में आठ मरीजों की मृत्यु हुई है। अन्य जिलों में मैसूर में 1,877 मामले, धारवाड़ में 1,500 मामले, तुमकुरु में 1,315 और हासन में 1,037 मामले आए हैं। 11 जिलों में संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई है।

राज्य में शुक्रवार को कुल 1,49,174 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच हुई, जिसमें 1,06,749 नमूनों की जांच आरटी-पीसीआर से हुई और अब तक कुल 6.14 करोड़ नमूनों की जांच हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि 1,97,361 लोगों के टीकाकरण होने के साथ राज्य में अब तक टीकों की कुल 9.47 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।

तीसरी लहर में डेल्टा स्वरूप हावी : कोरोनावायरस संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान कहर बरपाने ​​वाला घातक डेल्टा स्वरूप कर्नाटक में कोविड की तीसरी लहर में भी हावी है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने यह जानकारी दी।

मंत्री ने शुक्रवार को ट्वीट किया, कर्नाटक में तीसरी लहर में कौनसा स्वरूप हावी है? छह हजार नमूने जिनका जीनोम सीक्वेंसिंग किया गया, उनसे स्पष्ट हुआ है कि इनमें तीन चौथाई मामले डेल्टा और उसके उपस्वरूप के हैं और इसके बाद ओमिक्रॉन स्वरूप का स्थान है।

सुधाकर की ओर से साझा किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि मौजूदा तीसरी लहर के दौरान जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इस्तेमाल किए गए 6000 नमूनों में से 73.89 प्रतिशत डेल्टा और इसके उपवंश के स्वरूपों, जबकि केवल 18.59 फीसदी मामले ओमिक्रॉन के थे। इसके अलावा 4.77 फीसदी मामले इटीए, कप्पा और पेंगों, जबकि 2.6 फीसदी अल्फा/बी1.1.7 और 0.13 फीसदी बीटा/बी.1.351. के थे।

कोविड महामारी की वर्ष 2020 से हुई शुरुआत के बाद से राज्य में संक्रमण के 36,92,496 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 38,754 लोगों की मौत हुई है।(भाषा)
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