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Last Modified: गुरुवार, 20 जनवरी 2022 (22:30 IST)

15 साल से कम उम्र के बच्चों को कब दी जाएगी कोविड वैक्सीन, केंद्र ने दिया जवाब

15 साल से कम उम्र के बच्चों को कब दी जाएगी कोविड वैक्सीन, केंद्र ने दिया जवाब - COVID-19 vaccination for children below 15 yrs to begin after scientific evidence: Centre
नई दिल्ली। सरकार ने गुरुवार को कहा कि 12-14 साल के बच्चों को कोविड-19 रोधी टीके लगाने के संबंध में फैसला वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर किया जाएगा और इस संबंध में विचार-विमर्श जारी है।
 
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने साप्ताहिक प्रेस कॉफ्रेंस में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अगर कोई कोरोनावायरस से संक्रमित हैं तो वे तीन महीने के बाद दूसरी या एहतियाती खुराक ले सकते हैं।
 
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर टीकाकरण शुरू किया गया है और यह सबसे संवेदनशील लोगों की रक्षा करने की धारणा पर आधारित है, इसलिए जैसे-जैसे वैज्ञानिक साक्ष्य मिलेंगे, हम राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के दायरे का विस्तार करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों का टीकाकरण है और यह फैसला वैज्ञानिक जानकारी पूर्ण होने और टीकाकरण कार्यक्रम के समग्र दृष्टिकोण के जरिए किया जाएगा। इस मामले में विचार-विमर्श चल रहा है।"
 
यह पूछे जाने पर कि कोविड-19 से पीडित व्यक्ति कब एहतियाती खुराक ले सकता है, पॉल ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित है तो वह तीन महीने के बाद दूसरी या एहतियाती खुराक ले सकता है।
उन्होंने ने कहा कि राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी परामर्श समूह (एनटीएजीआई) इस पर लगातार नजर रख रहा है और अगर कुछ भी बदलाव होता है तो फैसला किया जाएगा।


दवाओं के लिए जारी किए दिशा-निर्देश : कोरोना वायरस संक्रमण की गंभीरता के बावजूद 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए एंटीवायरल या मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का उपयोग करने की सिफारिश नहीं की जाती है और यदि स्टेरॉयड का उपयोग किया जाता है तो उन्हें नैदानिक ​​​​सुधार के आधार पर 10 से 14 दिनों में इसकी खुराक कम करते जाना चाहिए।
 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने ‘बच्चों और किशोरों (18 वर्ष से कम) में कोविड-19 के प्रबंधन के लिए संशोधित व्यापक दिशा-निर्देश’ में यह भी कहा है कि पांच साल और उससे कम उम्र के बच्चों के लिए मास्क की सिफारिश नहीं की जाती है। इसमें कहा गया है कि माता-पिता की सीधी देखरेख में छह-11 के बच्चे सुरक्षित और उचित तरीके से मास्क का उपयोग कर सकते हैं।
 
मंत्रालय ने कहा कि 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को वयस्कों की तरह ही मास्क पहनना चाहिए। हाल में संक्रमण के मामलों खासकर ओमीक्रोन स्वरूप के कारण मामलों में वृद्धि के मद्देनजर विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा दिशा-निर्देशों की समीक्षा की गई।
 
मंत्रालय ने कहा कि अन्य देशों के उपलब्ध आंकड़े बताते हैं कि ओमीक्रोन स्वरूप के कारण होने वाली बीमारी कम गंभीर है। हालांकि, महामारी की लहर के कारण सावधानीपूर्वक निगरानी की जरूरत है।
 
दिशा-निर्देश में संक्रमण के मामलों को लक्षण विहीन, हल्के, मध्यम और गंभीर के रूप में वर्गीकृत किया गया। मंत्रालय ने कहा कि बिना लक्षण वाले और हल्के मामलों में उपचार के लिए ‘एंटीमाइक्रोबियल्स या प्रोफिलैक्सिस’ की सिफारिश नहीं की जाती है।
 
मंत्रालय ने कहा कि मध्यम और गंभीर मामलों में एंटीमाइक्रोबियल्स दवाओं को तब तक नहीं देना चाहिए जब तक कि एक ‘सुपरएडेड इनफेक्शन’ का ​​संदेह ना हो। दिशा-निर्देश में कहा गया कि स्टेरॉयड का इस्तेमाल सही समय पर, सही खुराक में और सही अवधि के लिए किया जाना चाहिए। मंत्रालय ने कहा कि इन दिशा-निर्देशों की आगे और नए साक्ष्य की उपलब्धता पर समीक्षा की जाएगी और इसे अद्यतन किया जाएगा।
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