नई दिल्ली। दिल्ली में कोविड-19 के कारण मौतों की संख्या में तेजी से वृद्धि के बीच दिल्ली गेट स्थित एक
नए कब्रिस्तान पर दबाव बना हुआ है और हो सकता है कि जून के अंत तक शव दफनाने के लिए कोई जगह नहीं बचे।
कब्रिस्तान प्रबंधन समिति के एक सदस्य ने शुक्रवार को यह बात कही।
नए कब्रिस्तान पर दबाव बना हुआ है और हो सकता है कि जून के अंत तक शव दफनाने के लिए कोई जगह नहीं बचे।
कब्रिस्तान प्रबंधन समिति के एक सदस्य ने शुक्रवार को यह बात कही।
समिति के सदस्य मसरूर सिद्दीकी ने कहा कि यहां दरियागंज के निकट स्थित इस कब्रिस्तान में पिछले कुछ दिन से
दफनाने के लिए प्रतिदिन कोविड-19 मरीजों के 10-12 शवों को लाया जा रहा है।
दफनाने के लिए प्रतिदिन कोविड-19 मरीजों के 10-12 शवों को लाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एक अप्रैल से कब्रिस्तान में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लगभग 300 शवों को दफनाया
गया है। लगभग 50 एकड़ क्षेत्र में फैले इस कब्रिस्तान में 100-150 और शवों को दफनाने के लिए स्थान है।
गया है। लगभग 50 एकड़ क्षेत्र में फैले इस कब्रिस्तान में 100-150 और शवों को दफनाने के लिए स्थान है।
उन्होंने कहा, अब तक जगह की कोई समस्या नहीं है लेकिन कोविड-19 से जान गंवाने वाले लोगों को दफनाने की
वर्तमान दर यही बनी रही तो इस महीने के अंत तक हो सकता है कि शवों को दफनाने के लिए कोई जगह नहीं बचे।
वर्तमान दर यही बनी रही तो इस महीने के अंत तक हो सकता है कि शवों को दफनाने के लिए कोई जगह नहीं बचे।
दिल्ली वक्फ बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मंगोलपुरी, द्वारका, खादर
और गाजीपुर के अन्य कब्रिस्तानों में भी शव दफनाए जा रहे हैं।
और गाजीपुर के अन्य कब्रिस्तानों में भी शव दफनाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, हालांकि दिल्ली गेट के निकट दफनाने के लिए शवों की संख्या अधिक है। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन
करते हुए अब तक 299 शव दफनाए गए हैं। (भाषा)
करते हुए अब तक 299 शव दफनाए गए हैं। (भाषा)