इस महामारी की दूसरी लहर के लिए मैं निम्न लोगो को दोषी मानती हूँ.
१) जो लोग बिना मास्क के घूमते है.
२) जिन्हे हलके हलके चिन्ह दिखाई देते है फिर भी बजाय टेस्ट करने के ,बजाय अपने आपको क्वारंटाइन करने के बहार घूमते रहते है जैसे की उनको कोरोना हो ही नहीं सकता कभी. मैं ऐसे अनेक लोगोको जानती हूँ ,जिनको हलकी खांसी, बुखार होता है फिर भी वायरल है कहकर बहार घूमते रहते है, वो भी न तो अंतर बनाये रखते है न मास्क डालते है.
आज ऐसे लोगोकी वजहसे ही इतनी मुश्किल हो रही है ऐसे लोग अगर समय रहते अपनी जाँच करवाते और समय रहते दवाई लेले तो न तो उनकी खुद की जान खतरे में आये और नहीं उनके करीबी लोगोंकी.