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टिप्पणियां

NEERA

SARKAR KI EGO KI WAJAH SE.AGAR ABHI GOVT PICHE HAT JAYE OR KISANO KO AARAM SE SMJHAYE TAU BAAT BAN SAKTI HAI,MAGAR HAMARE PM JI ISSE APNI TAOHIN SAMJHTE HAIN.UNKE LIYE UNKI JID HEE IMPORTANT HAI.
X REPORT ABUSE Date 29-01-21 (01:13 PM)

chandrakant lodhi

किसान समस्या का हल निकलना मुश्किल है क्योंकि इसमें कांग्रेस का अड़ियल रवैया है। कांग्रेस किसानो के इम्मोशन का उपयोग अपने फायदे के लिए कर रही हैः।
X REPORT ABUSE Date 29-01-21 (12:40 PM)

NEERA

agar congress kisaon ko apne fever mai kar sakti hai tau aaj wo opposition mai nahi bethi hoti.
X REPORT ABUSE Date 29-01-21 (01:15 PM)

Shakuntala Mahesh Nenava

पत्र संपादक के नाम:::::::"माया मिली न राम उलटे हुए बदनाम".........दो माह से अधिक समय से चल रहे तीन कृषि कानूनों को रद्द करने वाले "किसान आंदोलन" की प्रारंभिक इतिश्री (हो सकता है आगे और चले) गणतंत्र दिवस के दिन असंवैधानिक क्रियाकलापों (हिंसा,तोड़फोड़,लाल किले पर अन्य झंडा लगाने जैसे कृत्य) के चलते हो गई. अगर हम इस आंदोलन का विश्लेषण करें तो इसकी असफलता के प्रमुख कारण ये हो सकते हैं. जैसे कुशल नेतृत्व की कमी, स्वार्थी राजनीतिक पार्टियों के झांसे में आ जाना, कतिपय गलत लोगों का प्रवेश, सरकार से हुई अनेक लम्बी वार्ताओं में अपनी जिद्द पर अड़े रहना या यूँ कहें अपनी मांगों के प्रति वार्ता में संवेदनशील (निभने या निभाने की) प्रवृत्ति को ताक में रख देना. क्योंकि एक नहीं, दो नहीं ११ मौके मिले थे सरकार से बातचीत के जिसमे दो मांगे तो सरकार ने मान ली थी और दो मांगों पर विचार कर कानूनों में संशोधन व निरस्तीकरण तक के लिए सरकार तैयार हो गई थी. परन्तु वहां नेतृत्व कुशलता का परिचय देने में पीछे रह गया और स्वार्थी राजनीतिज्ञों के चाले लगकर पूरा खेल बिगाड़ लिया. हुआ क्या ? जब नेतृत्व की अकुशलता के चलते आंदोलन हाथ से छूट उग्र हो गया तब स्वार्थी राजनीतिज्ञों के साथ ही साथी संगठनों के नेताओं ने भी पल्ला झाड़ लिया. अगर मजबूत कुशल नेतृत्व होता और वह आंदोलनकारियों को एक आवाज में संगठित रूप से अपने तरीके से मोड़ने की कूबत रखता तो शायद् किसानों की मांगों पर ऐसा काला साया नहीं पड़ पाता. नेतृत्व की अकुशलता के कारण "माया मिली ना राम और उलटे हो गए बदनाम" जैसी स्थिति में आकर आंदोलन की प्रारंभिक इतिश्री हो गई.......शकुंतला महेश नेनावा,५७, गिरधर नगर (तिलक नगर के पास), इंदौर (म.प्र.)....फोन...०७३१-४०४६३२६.
X REPORT ABUSE Date 28-01-21 (03:27 PM)

Sarita

Kyonki dono hi pakshon ne ise apne prestige issue bana liya hai.
X REPORT ABUSE Date 27-01-21 (02:43 PM)

ram lal

main motto of this andolan - 2024 election and BJP
X REPORT ABUSE Date 27-01-21 (09:53 AM)

dr raja surindar mohan,

Insanity, power politics and jungle raj. dictionary confirms in ITALY. CONGRESS Ambition to become the PRIME MINISTER, OF INDIA which seems not possible. and seems as if the KHALISTAN, and PAKISTAN and CHINA, THE self esteemed people, and the other known and unknown people, thanks DR RAJA SURINDAR MOHAN. INDIA MUST DO THE APPROPRIATE AND NECESSARY AT THE EARLIEST POSSIBLE MOST IMMEDIATELY. THE ALL MIGHTY GOD BLESS AND HELP INDIA OUR BELOVED NATION. THANKS,
X REPORT ABUSE Date 26-01-21 (10:08 PM)

प्रमोद कुमार

इस संदेश को अनुचित सामग्री बताया गया है। मॉडरेटर के अंतिम निर्णय की प्रतीक्षा है।

Birendra

Petrol diesel ke daam asaman chu rahe hai, phit bhi sarkar ko aam public ke koi chinta nahi hai
X REPORT ABUSE Date 23-01-21 (03:07 PM)

Birendra

Kisan andolan puri trah se khatam hona chaheye
X REPORT ABUSE Date 23-01-21 (12:55 PM)

shambhu

dono paksho (so called kisan and sarkar) ke jid ke karan.
X REPORT ABUSE Date 20-01-21 (12:56 PM)

D B S SENGAR

CONGRESS KA ANT NIKAT HE...CONGRESS AUR CONGRESSI MURDABAD...
X REPORT ABUSE Date 09-01-21 (06:11 PM)

shashikant

Because farmers are behavior like a stubborn. If Govt. are agree to discuss point to point , what is the problem. This behavior is not good to cancel the Law passed by indian parliament.
X REPORT ABUSE Date 15-01-21 (02:26 PM)