किसी भी देश में जन्म लिया हुआ प्राणी चाहे वह जानवर हो / पक्षी या मानव मनुष्य हो,,
वह जीव या मानव उसी देश का नागरिक है.
और यह बात सभी नेता और बुधिजिवियो को समझना होगा,
यह प्रकृति किसी की जागीर नहीं है, प्रकृति ने सभी को जीवन का सामान हक़ दिया है .
और जो भी क़ानून या बिल एक्ट जो जन समुदाय या देशवासियो के लिए बनाया गया हो, और जन हित के बजाये उसमे खामिया जयादा नजर आने लगे अर्थात वह नियम विचारणीय है, या यह समझना होगा यह देश और देश वासियो के हित में नहीं है,