कैरियर के चुनाव में आस्था आड़े आ रही - भले ही दंगल अभिनेत्री जायरा वसीम ने अपने काम को धर्म के रास्ते आने का आधार बताकर फिल्मो से अभिनय छोड़ने का फैसला लेने की बात कही है, जायरा के अनुसार उनकी एक्टिंग करियर के कारण अल्लाह में विश्वास ख़त्म हो रहा है बहुत ही बेवकूफी भरा कदम है,कुछ लोगो ने अभिनेत्री का निजी फैसला बताकर उनके फैसले का समर्थन किया है, यहाँ यह कहना लाजमी न होगा क़ि जायरा अपने काम से मिली पहचान से खुश नहीं है या दबाव में लिया गया फैसला है, कुछ धूर्त पाखंडी जायरा को उपदेश देने लगे, नवनिर्वाचित एवं नवविवाहित तृणमूल कांग्रेस क़ि सांसद नुसरतजहा पर कटटरपंथी उनके सिंदूर लगाने मंगल सूत्र पहनने और इस्लामो के विचारो को न मानने पर नुसरत क़ि आलोचला कर रहे है, वैसे मुस्लिम समुदाय में कई महिलाएं बुर्के के अन्धकार में जीने के लिए मजबूर है किसी को वसीम के फैसले पर सवाल उठाने का हक़ नहीं है जायरा क़ि पसंद पर सवाल उठाने वाले हम कौन होते है जो जैसा जिये उनकी बेहतरी के लिए शुभ कामनाएं !
|