ये तो होना चाहिए, जो फिछले ७२ सालो से कानून को तोड़ मड़ोड़कर अपने पाले में रखे और उसे अपने तरह से चलाये ना की इस देश हित में सोचे, बस इन्हे अपने मंसूबे ही तलासते रहे और देश के पैसा और जनता के हित में कभी नहीं सोचे, यही सोच पकिस्तान हित में सोचते हुए वहां पर अलगओंवादी लोग भी तो पैदा हुए और इसका फायदा ये अलगओंवादी और वहां के नेता जो फिछले ७२ सालो से मजे में जी रहे है ना की वहां के जनता के हित सोचे, ये अलगओंवादी और नेता लोग अपने बच्चे को बिदेशो में पढ़ते है और वहां के जनता के बारे में कभी भी नहीं सोचे, अतः हम देशवासी लोग चाहते है जो भी हो वो वहां के जनता और देशहित में होना चाहिए