भारतीय जनता पार्टी कानिर्णय अच्छा तो है की बुज़ुर्ग नेताओ को टिकट नहीं दे कर नौजवानो को टिकट देने का फैसला अच्छा है परन्तु राजनीती में वंशवाद कतई नहीं होना चाहिए नहीं तो जनता अपना अधिकार दिखा देगा कई नेता ऐसा होता है जो अब भी वंशवाद की राजनीती करते है , वरिष्ठ नेताओं को ससम्मान उच्च पद का सम्मान अवस्य देवे नहीं तो वह अनुभवी वरिष्ठ नेता अपने आप को उपेछित समझेंगे परिणाम विघटन कारी हो सकता है ,उद्देश्य ऊँचा हो ,सोच ऊँचा हो ,सेवा की भाव हो (स्वार्थ रहित ) ,गौमाता की रक्षक की भावना हो, साधु संतों की सम्मान हो, हिन्दुओं की सनातन धर्म की रक्षक हो:" सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया सर्वे भद्राणि पश्यन्यु माँ कश्चिद दुःख भाग भवेत "सत्यमेव जयते