स्वर्ण समुदाय भारतीय जनता पार्टी का एक तरह से वोट बैंक ही हे,,पिछली बार केंद्र सरकार ने उनकी अनदेखी कर अपने लिए ही कांटे बोये थे..राजस्थान और मध्य प्रदेश के चुनाव में नोटा के प्रयोग ने बता दिया था की सवर्णो ने भारतीय जनता पार्टी को तो वोट दिया ही नहीं उन्होंने कांग्रेस को भी अपना वोट नहीं दिया जिसके परिणामस्वरूप दोनों ही राज्यों से भारतीय जनता पार्टी की बिदाई हो गयी..ये रिजर्वेशन का भुत कांग्रेस ही देश में लाइ थी..सिर्फ दस सालो के लिए कांग्रेस ने ही इस हथकंडे से सत्ता की मलाई कई दसको तक खाई उसने कभी भी इसे ख़तम करने की मनसा जाहिर नहीं की..अब जब भारतीय जनता पार्टी स्वरों के लिए रिजर्वेशन लेकर आयी हे विकपक्ष के पेट में मरोड़ उठाना लाजमी हे...लोकशाभा में निश्चित ही भारतीय जनता पार्टी के रूठे मतदाता भारतीय जनता पार्टी में वापस लौटेंगे..