मोदी जी क्या है शायद आप इस लेख से समझ सको
अमेरिका के प्रसिद्ध संपादक-लेखक जोसेफ हॉप का प्रसिद्ध अमेरिकी अखबार, न्यूयॉर्क टाइम्ज़ (हिंदी अनुवाद)
मोदी के 2002 के गोधरा दंगों के बाद इस व्यक्ति की आश्चर्यजनक जीत जैसे मुर्दा से वोट पाने की कला। इस व्यक्ति से अमेरिका को कई खतरे हैं जो खतरे के साथ हिटलर थे। पर अमेरिका जानता था कि हिटलर उसका दुश्मन है, लेकिन मोदी अमेरिकी आँख की धूल फेंकने में सफल हुए हैं।
मोदी तो सभी महाशक्तियो जैसे रूस, फ्रांस, जर्मनी या जापान की आँखो में धूल झोंकने में सफल रहा है।
इस व्यक्ति का उदय दुनिया के लिए खतरा है, क्योंकि उसने न केवल भारत के स्वार्थ के लिए एक दूसरे को दुश्मन बनाया बल्कि इसका इस्तेमाल भी किया है। यह केवल भारत के स्वार्थ को देखता है भारत को सर्वोच्च बनाने का एकमात्र लक्ष्य यह व्यक्ति देखता है यदि यह व्यक्ति रोका नहीं गया है, तो भविष्य ऐसा होगा कि पूरे विश्व को भारत आंख दिखाएगा।
लेकिन मैंने आज अमेरिकियों से कहा है कि यदि हम इसे पहचान नहीं सकते हैं तो एक महान मूल्य का भुगतान करने के लिए तैयार रहें। और वह एक आदमी नहीं है, उसके अनेक समर्थक हैं, और भारत के रॉयल्टी संगठन के लोग सभी देशों में लॉबी करते हैं।
वह एक निश्चित रणनीति के साथ आगे बढ़ता है और उसकी रणनीति किसी को भी नहीं समझ आती कि वह क्या करना चाहता है। उनके हंसने वाले चेहरे के पीछे एक खतरनाक राष्ट्रवादी छिपा हुआ है। यह भारत के लाभ के लिए सभी विश्व के देशों का उपयोग कर रहा है
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अमेरिका ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के साथ संबंधो को नष्ट करके और वियतनाम जैसे दुश्मनों के साथ दोस्ती करके एशिया में प्रभुत्व समाप्त कर दिया है, अब मोदी चीन के खिलाफ तीन देशों का उपयोग करता है।
दक्षिण चीन सागर में वियतनाम में तेल का उत्पादन शुरू किया, जहां सभी तेल भारत को दिया जाता है, और भारतीय कम्पनी रिलायंस को काम पर लगा दिया, यहाँ भी अमेरिका का प्रभुत्व न के बराबर करवा दिया।
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फिलहाल, संयुक्त राज्य अमेरिका चीन में वियतनाम को नियंत्रित करता है, जो भारत को सभी लाभ लाता है।
चीन ने चीन अमेरिका को खिलाफ करके दोनों देशों से 1.2 लाख करोड़ करोड़ रुपए का निवेश हासिल किया है, जिसे आठ वर्षों में हासिल नहीं किया जा सकता था।
आज पाकिस्तान के पुराने मित्र देशों के इस्तेमाल से ही इस व्यक्ति द्वारा तबाही, जैसे अफगानिस्तान की सीमा पर एक बंदरगाह और भारतीय सेना का स्टेशन स्थापित किया जाता है, और ईरान को व्यापार की रिश्वत देते हुए भी पाकिस्तान के मुख्यालय को उठाया है।
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पाकिस्तान, तालिबान की तबाही के लिए रॉ के एक दल को बलूचिस्थान में लॉबी करने में लगा हैं। यह अमेरिकी का अनुमान नहीं है, अमेरिकी ख़ुफ़िया तंत्र की रिपोर्ट है, लेकिन उस व्यक्ति ने अमेरिका के हाथों को बांधा है, और यह उसकी रणनीतियों में से एक है जिसको हम समझने में विफल रहे हैं।
पाकिस्तान के पारंपरिक मित्र सऊदी अरब को पाकिस्तान से अलग करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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श्रीलंका में रॉ लॉबिंग समूह की अगुआई में सत्तारूढ़ दल के 20 साल के शासन का तख़्ता बदला। अब श्रीलंका का प्रधान मंत्री का 3 दिवस का भारत दौरा होता है जो बहुत संकेत देता है
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इस व्यक्ति ने एशिया पर चीन और अमेरिका का प्रभुत्व समाप्त कर दिया है और यह सार्क सम्मेलन रद्द करवा कर ताक़त दिखा भी चुका है।
एशिया के ऊपर भारत का प्रभुत्व एशिया की दो महान शक्तियों, रूस और जापान को एक मित्र के रूप में बना हासिल किया है।