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टिप्पणियां

ajay kumar

असफल, aur kabhi saphal nahi ho sakta. nakali gandhi saphal nahi ho sakta.
X REPORT ABUSE Date 23-05-18 (12:34 PM)

D B S SENGAR

लगातार २७ चुनावी हारो के बाद भी न जाने क्यों कांग्रेसी राहुल की तरफ उम्मीद भरी निगाहो से देख रहे हे..जब की वो बार बार हर बार सिर्फ फेल ही हुआ हे..वैसे भी देश में वर्तमान में मोदी के कद का कोई भी नेता किसी भी राजनितिक पार्टी के पास नहीं हे,,जो हे वो मोदी के सामने बहुत बोन हे...बहुत छोटे हे..
X REPORT ABUSE Date 18-05-18 (02:20 PM)

D B S SENGAR

देश की आजादी के बाद कांग्रेस के दुर्दिन देखिये की वो आज किसी भी राज्य में अकेले अपने बल बुते पर चुनाव में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही हे..देश की सबसे बुजुर्ग राजनितिक पार्टी को गुजरत चुनाव में तीन नए लड़को के तलवे चाटने पड़े ? उत्तर प्रदेश जो देश का सबसे बड़ा राज्य हे वह उसका नंबर चौथा आता हे..अब बात राहुल की में तो कई बार अनेको बार कांग्रेसी बंधुओ से अनुरोध कर चूका हु की वो मुझे और देश को राहुल की कोई भी एक हां हां भाई कोई भी एक विशेषता बताये..पर दुःख हे की आज तक मुझे कोई माई का लाल उसकी एक भी विशेषता नहीं बता पाया..एक सज्जन ने कहा था वो जुमले बाजी नहीं करता ? अरे भाई जुमलेबाजी के लिए भी आपके पास बड़ा शब्दकोष होना चाहिए..कोण सा सब्द कहा बोलै जाना चाहिए ये निर्णय तत्काल लेना पड़ता हे..और इतनी अक्ल इसमें कतई नहीं हे..ये तो जो लिख कर दिया जाता हे वो बोल देता हे..उसका अर्थ क्या होता हे ?इसे कुछ भी पता नहीं होता ? कभी आप ध्यान से मंच पर कांग्रेस्सियो को देखिये वो पशोपेश में होते हे की अब ये क्या बोलेगा ? और उसका मतलब भी क्या होगा ? ऐसा नेता भगवान् दुश्मन पार्टी को भी न दे ?
X REPORT ABUSE Date 18-05-18 (02:17 PM)

Azad Mathur

नहीं ,वे इसके लायक ही नहीं.वे बेतुकी बात करते हे.उनको खुद को नहीं पता वे क्या कह रहे हैं.
X REPORT ABUSE Date 18-05-18 (02:06 PM)

Himanshu

जो आदमी कभी न राजनीति में सक्रिय दिखाई दिया, न मज़दूरों के आंदोलन में, न सरकारी कर्मचारियों से जिसका संपर्क रहा और न किसान-आदिवासियों से, वही अचानक एक दिन उत्तर प्रदेश में एक दलित की चारपाई में जाकर बैठ जाता है, या फिर जब मायावती की सरकार दिल्ली के पास अपनी ज़मीन बचाने की लड़ाई लड़ रहे किसानों पर गोली चलवाती हैं तो राहुल गाँधी सवेरे पाँच बजे मोटरसाइकिल के पीछे बैठकर पुलिस वालों को धता बताते हुए दिल्ली के पास भट्टा-पारसौल के किसानों की मिज़ाजपुर्सी करने पहुँच जाते हैं. राहुल और उसके योजनाकारों को ये भरोसा रहा होगा कि भट्टा-पारसौल घटना के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों की नज़र में राहुल गाँधी का ओहदा चौधरी चरण सिंह और चौधरी देवीलाल के बराबर हो जाएगा? जिसे राजनीती का ककहरा नहीं आती, उसे अगर पार्टी का अध्यक्ष बना दिया जाये तो उसका क्या हाल होगा वो कांग्रेस पार्टी देख रही है. खैर सोनिया और राहुल से कुछ उम्मीद करना तो भैस के आगे बीन बजने बाली बात है, पर आश्चर्य तब होता है जब इसके तमाम नेता भी मूर्खता पूर्ण बातें करते हैं. राहुल गाँधी की राजनीति का ये नख-शिख वर्णन कर्नाटक में काँग्रेस के हार के बहाने नहीं किया जा रहा है. कर्नाटक में काँग्रेस की हार उस सतत प्रक्रिया का हिस्सा है जिसकी गारंटी राहुल गाँधी ख़ुद हैं. अगर कहीं काँग्रेस जीतती है तो राहुल गाँधी के कारण नहीं बल्कि उनके बावजूद जीतती है. काँग्रेस तभी बच पाएगी जब वो "परिवार" को छोड़कर आगे बढ़ जाए और कुछ जमीनी नेता जो देश के लिए समर्पित हो और देश के समझ पाने की जिसमे सकती हो, तभी कांग्रेस पार्टी से कुछ उम्मीद किया जा सकता है. अन्यथा कांग्रेस परिवार सहित डूब जाएगी. क्या कोई काँग्रेसी नेता राहुल गाँधी से सीधा सवाल करेगा? क्या काँग्रेस के नेता को समझेंगे कि अब राहुल गाँधी से सीधे सवाल करने का वक़्त आ गया है? वैसे आज भी हमारे देश मे बहुत सारे चाटुकार बुद्धिजीवी वर्ग है, ख़ास कर जो देश की राजनीती को एक व्यापार समझते हैं और देश से केवल अपना फायदा करने बाले लोग हैं, वे लोग कांग्रेस का समर्थन करते थकते नहीं. पर अब भ्रस्टाचार का बोलबाला ख़त्म होने बाला है और ऐसे लुटेरों और जनता को गुमराह करने बाले लोग काम हो रहे हैं. पर अभी कुछ समय लगेगा ऐसे लोगो को सुधरने मे, क्योकि अब कांग्रेस की घटिया राजनीती को लोग समझने लगे हैं.
X REPORT ABUSE Date 16-05-18 (05:25 PM)

rajesh

राहुल गाँधी जिस परिवार से आते है , या जहा तक उनके परिवार का राजनीति मे योगदान है उनको अपने परिवारिक सदस्यो से एक कदम आगे होना चाहिये था | पर .उनमे परिपक्वता का अभाव है . देश की जटिल समस्याओ पर ऐसा लगता है की उनका ज्ञान नगण्यं है ..वो डिबेट नही कर सकते .ऐसा तभी होता है जब आपकी उस पर पूरी पकड़ ना हो . अभी तक वे एक युवा नेता के रूप में अपना विज़न देश को नहीं दे पाए है .वे देश के जन मानस के नब्ज को नहीं समझ पा रहे है | उनके बैकग्राउंड को अगर देखा जाये तो उनमे ये सब क्वालिटी होनी चाहिए थी उनकी एनर्जी मोदी विरोध , आर ऐस ऐस पर आ कर ख़तम हो जाती है | राजनीति में कोई शार्ट कट नहीं चलता | एयर कंडिशन्ड कमरे ,और चार्टेड हवाई जहाज में बैठ कर आंदोलन करने से कोई नेता नहीं बन जाता | वही वंशवादी नेता चले है जिनमे अपनी काबिलियत थी | आज के समय में जनता को मुर्ख नहीं बना सकते ..जहा मीडिया हर जगह हावी है | आज देश की जन मानस की सोच उनकी सोच से कही आगे है |
X REPORT ABUSE Date 17-05-18 (11:10 AM)

Diwakar Kumar Ranajn

हा बिलकुल, वो एक साफ सुथरी राजनीती कर रहे हैं . बाकियो की तरह धर्मवाद जातिवाद और राष्ट्रवाद के बल पर जनता का मत नहीं बटोर रहे हैं. जिस दिन जनता इनका नुकसान समझ लेगी उस दिन इस तरह की गन्दी राजनीती के लिए जगह नहीं होगी. आसा करते है की राहुल अपने पिता की तरह एक जिम्मेदार नेता होंगे.
X REPORT ABUSE Date 16-05-18 (02:51 PM)