केन्द्र सरकार का बजट जनभावनाओं के अनुरूप नहीं है क्योंकि इसमें जुमलों के अलावा कुछ नहीं है और समाज का कोई भी वर्ग खुशी/संतुष्टि महसूस नहीं कर रहा है | यदि देश की जनता को जुमलों से खुश होना है, तो यह बहुत अच्छा बजट है, लेकिन वास्तविकता के धरातल पर यह किसी की उम्मीदों को पूरा नहीं कर रहा है |