एस.वोहरा ! अपने उस कश्मीरी दोस्त से कहना कि जो आरोप तुमने भारतीय सेना पर लगाए हैं वे सारे काम तो तुम्हारे तथाकथित जेहादी करते हैं। बताओ कश्मीरी पंडितों ने तुम पर कौन से जुल्म ढहाए थे जिनको तुम लोगों ने घर से बेघर कर दिया। उनकी बेटियों से बलात्कार किए और उनका कत्लेआम किया। जिस आर्मी को तुम गालियां निकालते हो उसी आर्मी ने बाढ़ के समय बिना किसी भेदभाव के कश्मीरियों की जान बचाई थी और भारत में
सबसे अधिक सुविधाएं कश्मीरियों को मिलती हैं फिर भी वे पाकिस्तान जिंदाबाद कहते हैं और आर्मी और पुलिस को पत्थर मारते हैं। जितनी आजादी भारत में मुसलमानों को है उतनी तो मुस्लिम देशों में भी नहीं है। इसलिए अपने अमानवीय कृत्यों को वाजिब कहना बंद करो और हिन्दुस्तान के लिए जियो, इसी में सभी की भलाई है।