असल में पाकिस्तान को भारत की तरफ से अलग-थलग करने का प्रयास तो किया जा रहा है, किन्तु शक्तिशाली देशो की राजनीति के चलते ऐसा करना न तो पूरी तरह से संभव हो प रहा है और न ही संभव होगा, क्यों की शक्तिशाली देश ही प्रतिस्पर्धा करवा कर अपने देश में बने हथियार इत्यादि दोनों देशो को बेचते है तथा इनके सामरिक हित भी जुड़े है। अमेरिका,चीन,रसिया, जैसे देश कभी भी स्पस्ट रूप से अंतररास्तरीय स्तर पर खुल कर भारत का साथ नहीं देते। इस प्रकार यह प्रयास सफल नहीं हो प रहा है। सबसे पहले भारत मोस्ट फेवरित पाकिस्तान का दर्जा समाप्त कर दे फिर दूसरे से सहयोग की अपेक्षा करे।